पुलिस हिरासत में शख्स की मौत... कर्नाटक में भीड़ ने थाने पर किया हमला, 11 पुलिसकर्मी घायल
AajTak
दावणगेरे के एसपी उमा प्रशांत ने कहा- कल आदिल नाम के एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन लाया गया. वह बेहोश होकर गिर गया. उसे अस्पताल ले जाया गया. आदिल पुलिस थाने में छह-सात मिनट तक भी नहीं था. लोग हवालात में मौत का आरोप लगा रहे हैं. पुलिस स्टेशन में सीसीटीवी कैमरा लगा है.
कर्नाटक के दावणगेरे जिले के चन्नागिरी में आदिल नाम के व्यक्ति की पुलिस थाने में हुई मौत के बाद हिंसक भीड़ ने पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़ की, पथराव किया और कई वाहनों को आग लगा दी. घटना शनिवार की है. पुलिस ने कहा कि आदिल (30) को जिले में जुआ गतिविधियों में उसकी कथित संलिप्तता के लिए 24 मई को हिरासत में लिया गया था. शुक्रवार रात उसका स्वास्थ्य बिगड़ गया और थाने में ही उसकी मौत हो गई.
जैसे ही आदिल की मौत की खबर फैली, उसके रिश्तेदारों लोगों के एक बड़े समूह के साथ थाने पर पहुंच गए और जमकर हंगामा किया. भीड़ ने पुलिस वाहनों को नुकसान पहुंचाया और पथराव किया. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया. आदिल के रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि उसकी मौत पुलिस हिरासत में टॉर्चर के कारण हुई है. दावणगेरे के पुलिस अधीक्षक उमा प्रशांत ने कहा कि शव को सरकारी अस्पताल में भेजा गया है और पोस्टमॉर्टम के बाद इसे परिवार के सदस्यों को सौंप दिया जाएगा.
एसपी के मुताबिक, पुलिस इलाके में गश्त कर रही है और चन्नागिरी में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि शव का पोस्टमार्टम मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में किया जाएगा और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने हिरासत में आरोपी आदिल को टॉर्चर करने की बात से इनकार किया है. उसके शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं है. पुलिस का दावा है कि थाने लाए जाने के छह से सात मिनट के अंदर ही आरोपी की मौत हो गई. उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि उसकी मौत लो बीपी के कारण हुई.
दावणगेरे के एसपी उमा प्रशांत ने कहा, 'कल आदिल नाम के एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन लाया गया. वह बेहोश होकर गिर गया. उसे अस्पताल ले जाया गया. आदिल पुलिस थाने में छह-सात मिनट तक भी नहीं था. लोग हवालात में मौत का आरोप लगा रहे हैं. पुलिस स्टेशन में सीसीटीवी कैमरा लगा है. मृतक के पिता ने शिकायत दर्ज कराई है और मामले की जांच की जाएगी. न्यायाधीश की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. सात पुलिस वाहन और 11 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. इस मामले में तीन एफआईआर दर्ज की गई है. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है धारा 144 नहीं लगाई गई है.'
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.