'पुतिन ने PM मोदी को दिया था भरोसा, जहां भारतीय छात्र होंगे वहां नहीं करेंगे फायरिंग', लोकसभा में बोले जयशंकर
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विदेश मंत्री जयशंकर ने लोकसभा में यूक्रेन संकट पर बात की. जयशंकर ने कहा कि जब पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बात की थी, तब वह भी कमरे में पीएम के साथ मौजूद थे.
यूक्रेन में जंग की शुरुआत होने पर हजारों भारतीय छात्र वहां फंस गए थे. इनको निकालने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से क्या बात की थी. इसकी जानकारी विदेश मंत्री जयशंकर ने आज बुधवार को लोकसभा में दी. जयशंकर ने बताया कि पुतिन ने मोदी से कहा था कि जहां भारतीय छात्र इकट्ठा होंगे वहां फायरिंग नहीं की जाएगी.
लोकसभा में जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन के खारकीव और सुमी में हालात बहुत खराब थे. जब पुतिन से पीएम नरेंद्र मोदी ने बात की तो मैं उसी कमरे में था. हमें पुतिन की तरफ से बताया गया था कि जिस जगह पर भारतीय छात्र इकट्ठा होंगे (निकाले जाने के लिए), वहां फायरिंग नहीं की जाएगी.
जयशंकर ने आगे कहा कि पीएम मोदी ने दोनों राष्ट्रपतियों से बात की थी क्योंकि दोनों ही एक दूसरे पर गोलीबारी के आरोप लगा रहे थे. विदेश मंत्री ने बताया कि मोदी ने दोनों से बात करके सीजफायर की बात कही थी. फिर भारत की टीम रेड क्रॉस की टीम को अपने साथ लेकर गई. इस तरह सुमी से भारतीय लोगों को निकाला जा सका.
लोकसभा में जयशंकर ने यह भी कहा कि यहां कुछ लोग चुनाव की बात कर रहे हैं. उन लोगों को अहसास होना चाहिए कि चुनावी कैंपेन के बीच पीएम मोदी दिल्ली वापस आए थे और उन्होंने यूक्रेन से भारतीयों को निकालने के लिए बात की थी.
रूस-यूक्रेन विवाद पर क्या बोले जयशंकर लोकसभा में जयशंकर ने कहा कि हम संघर्ष (रूस-यूक्रेन विवाद) के खिलाफ हैं, हमारा मानना है कि खून बहाकर और मासूमों की जान की कीमत पर कोई समाधान नहीं निकाला जा सकता है, संवाद और कूटनीति किसी भी विवाद का सही समाधान है.
वह आगे बोले कि कई सांसदों ने बूचा में घटना को उठाया, हम रिपोर्टों से बहुत व्यथित हैं, हम वहां हुई हत्याओं की कड़ी निंदा करते हैं, यह एक अत्यंत गंभीर मामला है, हम स्वतंत्र जांच के आह्वान का समर्थन करते हैं.
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