'पीएम ने आपका नाम...', कुछ ऐसा होता है शपथ से पहले 'मंत्री' को मिलने वाला इन्विटेशन लेटर
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बीजेपी के तमाम सहयोगी दलों के दिग्गजों को मंत्री पद की शपथ के लिए फोन जा चुका है. मंत्री बनने वाले राजनेताओं ने प्रधानमंत्री आवास पर नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी कर ली है.
लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद 18वीं लोकसभा के गठन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. मोदी सरकार 3.0 का शपथ ग्रहण समारोह होने वाला है. नरेंद्र मोदी आज तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. आज ही उनकी कैबिनेट में शामिल होने वाले केंद्रीय मंत्री भी पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे. बीजेपी के तमाम सहयोगी दलों के दिग्गजों को मंत्री पद की शपथ के लिए फोन जा चुका है. मंत्री बनने वाले राजनेताओं ने प्रधानमंत्री आवास पर नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी कर ली है. ऐसे में आइए जानते हैं कि लोकसभा चुनाव में जीत से लेकर मंत्री बनने तक की प्रक्रिया क्या होती है. जानेंगे कि किसी सांसद को कैसे पता चलता है कि वह सरकार में मंत्री बनने वाला है.
जीत के बाद मिलता है सर्टिफिकेट
लोकसभा चुनाव लड़ रहे नेता को जीत के बाद जिले का अधिकारी सांसदी का एक सर्टिफिकेट जारी करता है. इसमें उसकी जीत को सत्यापित किया जाता है. इस सर्टिफिकेट की एक कॉपी डीएम अपने पास रखता है, तो एक चुनाव आयोग को भेजा जाता है. इसके बाद जीत की सर्टिफिकेट के साथ सांसद को दिल्ली जाना होता है. चुनाव आयोग इसी के आधार पर सभी सांसदों की लिस्ट बनाकर लोकसभा सचिवालय और राष्ट्रपति ऑफिस को भेजता है. इसके बाद आती है, मंत्री बनने की बारी.
सांसद को आती है कॉल
कैबिनेट सचिव सांसद को फोन करके इस बात की जानकारी देते हैं कि प्रधानमंत्री ने आपका नाम केंद्रीय मंत्री बनने वालों की लिस्ट में शामिल किया है. कॉल करने के साथ ही सांसद को लेटर भेजकर इस बात की पुष्टि की जाती है कि उसको आगामी केंद्र सरकार में मंत्री बनाया जाएगा.
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