पार्टनर के साथ है अनबन, जानें क्या हैं एकतरफा तलाक लेने के 8 मजबूत आधार?
AajTak
भारत में तलाक लेने की प्रक्रिया अगर एकतरफा हो तो बेहद जटिल होती है. जानिए किन आधारों पर पति या पत्नी, एक तरफा तलाक ले सकते हैं.
भारत में अगर पति पत्नी दोनों स्वेच्छा से एक-दूसरे से तलाक लेना चाहते हैं तो कानूनी रूप से ऐसा करना बेहद आसान होता है. कई बार एकतरफा तलाक लेना कोर्ट में मुश्किल होता है लेकिन 8 ऐसे मजबूत आधार हैं, जिनके ग्राउंड पर बेहद आसानी से कोर्ट से तलाक मिल जाता है. ये आधार पति और पत्नी, दोनों के लिए उपलब्ध हैं. अदालत इन 8 वजहों से किसी को भी एकतरफा तलाक दे सकती है. 1. व्यभिचार: अगर पति या पत्नी में से कोई भी एक व्यक्ति दूसरे को धोखा देते हुए किसी, तीसरे व्यक्ति के साथ शारीरिक संबंध बना रहा है, उसके सबूत आपके पास मौजूद हैं तो कोर्ट तलाक दे सकता है. हालांकि अगर पति या पत्नी, किसी पर शक करते हैं या फिर पति या पत्नी में से किसी एक व्यक्ति का कोई गहरा दोस्त है, उसकी चैटिंग पर व्यभिचार साबित नहीं हो सकता. इसका मजबूत आधार होना चाहिए, जिसे कोर्ट में सबूत के तौर पर पेश किया जा सके.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.