पाटलिपुत्र से BJP प्रत्याशी रामकृपाल यादव के काफिले पर फायरिंग, मीसा भारती के खिलाफ लड़ रहे चुनाव
AajTak
पटना के पाटलिपुत्र लोकसभा सीट के मसौढ़ी स्थित तनेरी इलाके में बीजेपी सांसद और पाटलिपुत्र प्रत्याशी रामकृपाल यादव के काफिले को निशाना बनाया गया है. बताया जा रहा है कि काफिले पर फायरिंग की गई है. सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची है. मामले में पुलिस छानबीन कर रही है.
पटना के पाटलिपुत्र लोकसभा सीट के मसौढ़ी स्थित तनेरी इलाके में बीजेपी सांसद और पाटलिपुत्र प्रत्याशी रामकृपाल यादव के काफिले को निशाना बनाया गया है. बताया जा रहा है कि काफिले पर फायरिंग की गई है. सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची है. मामले में पुलिस छानबीन कर रही है.
बता दें कि रामकृपाल यादव पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से मीसा भारती के खिलाफ चुनाव लड़ें हैं. वहीं, कूछ दिनों पहले एक रैली में रामकृपाल यादव लालू परिवार पर बरसते हुए दावा किया था कि उनका परिवार उनकी प्रगति की परिभाषा के तहत विकसित हुआ है. मीसा भारती को निशाने पर लेते हुए उन्होंने आरोप लगाया था कि पिछले लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने (मीसा भारती ने) अपने सांसद कोटे से 15 करोड़ रुपये की जो राशि मंजूर की थी उसका अधिकांश हिस्सा नालंदा में निवेश किया गया था, पाटलिपुत्र में नहीं.
ये भी पढ़ें- बिहार में NDA को कांटे की टक्कर दे रहा महागठबंधन, Exit Poll बता रहा वोट में हिस्सेदारी के साथ सीट भी बढ़ेगी
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि मीसा भारती को निर्वाचन क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति के बारे में भी जानकारी नहीं है. रामकृपाल यादव ने खुद को घर-घर का बेटा बताया था. उन्होंने आगे दावा किया था कि पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार के संयुक्त काम से पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत विकास की धारा बिना रुके बह रही है. यह आरोप लगाते हुए कहा था कि राजद एक परिवार की पार्टी है.
Lok Sabha Election Exit Poll Results 2024
वहीं, बिहार में इस बार महागठबंधन नीतीश और बीजेपी की जुगलबंदी के सामने कितना दम दिखा पाएगा? इसे लेकर एग्जिट पोल का इंतजार खत्म हो गया है. इंडिया टुडे एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल नतीजों में एनडीए को 29 से 33 और इंडिया ब्लॉक को सात से 10 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.