
पाकिस्तान में SCO समिट के दूसरे दिन व्यापार और अर्थव्यवस्था पर होगी बातचीत, विदेश मंत्री एस जयशंकर भी लेंगे हिस्सा
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पाकिस्तान के इस्लामाबाद में आयोजित एससीओ समिट में मेजबान पाकिस्तान के अलावा भारत, चीन, रूस, बेलारूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के प्रतिनिधि शामिल होने पहुंचे हैं. इस दौरान आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी.
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आज दूसरे दिन शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक जिन्ना कन्वेंशन सेंटर में शुरू होने वाली है. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सदस्य देशों के नेताओं का स्वागत करेंगे. पहले ग्रुप फोटोग्राफी होगी, उसके बाद PM शरीफ का स्वागत भाषण होगा. समिट में राष्ट्राध्यक्षों की मुलाकात और बैठक होगी. इसमें भारत, चीन और रूस समेत आठ देशों के नेता शामिल हुए हैं. भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस जयशंकर SCO समिट में हिस्सा लेने पहुंचे हैं.
विदेश मंत्री जयशंकर के पाकिस्तान दौरे का आज दूसरा दिन है. SCO यानी शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन की आज CHG यानी काउंसिल पर हेड्स ऑफ गवर्मेंट की बैठक है. विदेश मंत्री के तौर पर ये जयशंकर का पहला दौरा है. जयशंकर करीब 9 साल बाद पाकिस्तान जाने वाले पहले भारतीय नेता हैं.
SCO समिट में मेजबान पाकिस्तान के अलावा भारत, चीन, रूस, बेलारूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के प्रतिनिधि शामिल होने पहुंचे हैं. इस दौरान आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के अनुसार, समिट में आज आर्थिक सहयोग, व्यापार, पर्यावरणीय मुद्दों और सामाजिक-सांस्कृतिक संबंधों पर चर्चा होगी. SCO सदस्यों के बीच सहयोग बढ़ाने और संगठन के बजट को मंजूरी देने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने की उम्मीद है. इस सेशन में कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, जिसके बाद पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार और SCO महासचिव झांग मिंग मीडिया को संबोधित करेंगे. उसके बाद प्रधानमंत्री शरीफ एक आधिकारिक लंच का आयोजन करेंगे.
समिट में ईरान के प्रथम उपराष्ट्रपति और मंगोलिया के प्रधानमंत्री भी मौजूद हैं. मंत्रिमंडल के उपाध्यक्ष और तुर्कमेनिस्तान के विदेश मंत्री भी विशेष अतिथि के रूप में हिस्सा लेंगे.
पाकिस्तान से नहीं होगी द्विपक्षीय बातचीत
इससे पहले मंगलवार को पहले दिन विदेश मंत्री एस जयशंकर का पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने स्वागत किया और मुलाकात की. भारत और पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय वार्ता नहीं होगी. उसके बावजूद जयशंकर की यात्रा ने पाकिस्तान में सरकार और विपक्षी दलों दोनों का ध्यान खींचा है. भारत ने पहले ही यह साफ कर दिया है कि पाकिस्तान से द्विपक्षीय बातचीत नहीं होगी. भारत का कहना है कि आतंक और बातचीत साथ-साथ नहीं हो सकती है.

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