![पाकिस्तान में बवाल, एक दिन में पास हो गए 21 बिल, डिप्टी स्पीकर को हटाने एकजुट हुआ विपक्ष](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202106/qasim.jpg)
पाकिस्तान में बवाल, एक दिन में पास हो गए 21 बिल, डिप्टी स्पीकर को हटाने एकजुट हुआ विपक्ष
AajTak
विपक्षी पार्टियों ने एकजुट होकर नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है. विपक्षी पार्टियों की मांग है कि कासिम सूरी को तुरंत प्रभाव से पद से हटाया जाए.
पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की सियासत में बड़ा भूचाल आ गया है. विपक्षी पार्टियों ने एकजुट होकर नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है. विपक्षी पार्टियों की मांग है कि कासिम सूरी को तुरंत प्रभाव से पद से हटाया जाए. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, गुरुवार को पाकिस्तानी संसद में ऐतिहासिक तरीके से काम करवाया गया. सिर्फ एक दिन में ही 21 बिल पास हो गए, 80 आइटम को एजेंडे में रखा गया. जिसका विपक्ष ने काफी विरोध किया. विपक्ष ने पहले संसद की कार्यवाही से वॉक आउट कर दिया और अब कासिम सूरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है. विपक्ष की ओर से संसद की कार्यवाही के दौरान बार-बार सवाल खड़े किए गए, प्रदर्शन किया गया और नियमों का हवाला दिया गया, लेकिन संसद में लगातार बिल पास होते गए. अब विपक्ष का आरोप है कि सभी कानूनों को गलत तरीके से पास करवाया गया है, विपक्ष को सुना नहीं गया और ना ही कोई सही तरीके की बहस करवाई गई. अब पाकिस्तान की संसद में कब इस प्रस्ताव पर चर्चा या वोटिंग होती है, इसपर हर किसी की नज़रें टिकी हैं. विपक्ष का आरोप है कि डिप्टी स्पीकर ने बिलों को पास करवाते हुए सरकार की ओर अपना पक्ष रखा. जिन बिलों को स्टैंडिंग कमेटी को भेजा जाना था, उन्हें तुरंत पास करवा दिया गया. वहीं, जिन बिलों को लेकर 72 घंटे रिव्यू टाइम मांगा गया था, उन्हें भी यूं ही पास करवाया गया. गौरतलब है कि पाकिस्तान की सियासत में लगातार हलचल मची हुई है. इमरान खान की सरकार के खिलाफ विपक्ष लंबे वक्त से एकजुट हो रहा है. कोरोना काल में भी पाकिस्तान में विपक्ष द्वारा लगातार बैठकें की गईं और इमरान सरकार पर निशाना साधा गया.![](/newspic/picid-1269750-20250214181736.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात ने दोनों नेताओं के बीच गहरी मित्रता को दर्शाया. ट्रंप ने मोदी को 'आई मिस यू' कहकर स्वागत किया, जबकि मोदी ने दोनों देशों के संबंधों को '1+1=111' बताया. दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. ट्रंप ने मोदी को 'महान नेता' और 'खास व्यक्ति' बताया. मोदी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा. दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया.
![](/newspic/picid-1269750-20250214171223.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात में दोस्ती और व्यापार पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की, लेकिन व्यापार मुद्दों पर तनाव बरकरार रहा. ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, जो भारत के लिए चुनौती हो सकती है. मुलाकात में एफ-35 फाइटर जेट्स और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा हुई.
![](/newspic/picid-1269750-20250214141339.jpg)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग पर गहन चर्चा की गई. इस चर्चा में अमेरिका ने भारत को F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट्स, स्ट्राइकर कॉम्बैट व्हीकल्स और जावलिन मिसाइल्स की पेशकश की. विशेषज्ञों का विचार है कि ये हथियार भारत की आत्मनिर्भरता नीति के सटीक अनुरूप नहीं हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250214112147.jpg)
रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने का ब्लू प्रिंट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग तैयार कर लिया है. इससे पहले ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यू्क्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की. ट्रंप चाहते हैं कि नाटो में शामिल होने की जिद्द यूक्रेन छोड़ दे लेकिन जेलेंस्की ने अपने देश की सुरक्षा का हवाला दिया है.
![](/newspic/picid-1269750-20250214095639.jpg)
PM नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई मुलाकात में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. आतंकवाद से निपटने में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बन गई, जिसमें ठाकुर हसन राणा के प्रत्यर्पण का विषय भी शामिल था. फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में भारत-अमेरिका के सहयोग पर भी वार्ता हुई, जहाँ अमेरिकी बाजार में भारतीय जेनेरिक दवाओं की भारी मांग है.