![पाकिस्तान के मंदिर में मिली हिंदू बच्ची की लाश, खेत में मिला युवक का शव, सीमा की भारत एंट्री से तो नहीं कनेक्शन?](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202307/paakaisataanai_haindauu-sixteen_nine.png)
पाकिस्तान के मंदिर में मिली हिंदू बच्ची की लाश, खेत में मिला युवक का शव, सीमा की भारत एंट्री से तो नहीं कनेक्शन?
AajTak
सीमा हैदर के पाकिस्तान से भारत आने के बाद पाकिस्तानी डकैत रानो शार ने धमकी देते हुए कहा था कि अगर सीमा को वापस नहीं भेजा गया तो पाकिस्तान में हिंदू का जीना मुहाल कर दिया जाएगा. मंदिरों पर हमले किए जाएंगे. इसके बाद अब वहां हिंदुओं की हत्याओं के दो मामले सामने आए हैं.
पाकिस्तान में हिंदुओं की स्थिति किसी से छुपी नहीं है. नाबालिग हिंदू लड़की को उठाकर दोगुने उम्र के शख्स से निकाह करा देना. महिलाओं से दुष्कर्म कर उनकी हत्या कर देना और स्कूल-कॉलेज जाती लड़कियों का अहरण कर लेना वहां आम है. लेकिन पिछले कुछ दिनों में वहां हिंदुओं पर जुल्म के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं. इन घटनाओं पर इसलिए भी बात हो रही है, क्योंकि पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर के भारत आने के बाद वहां के डकैतों ने पाकिस्तान में रह रहे हिंदुओं को देख लेने की धमकी दी थी.
सीमा के भागकर भारत आने के बाद पाकिस्तान में बवाल मचा है. हाल ही में पाकिस्तानी डकैत रानो शार ने धमकी देते हुए कहा था कि अगर सीमा को वापस नहीं भेजा गया तो पाकिस्तान में मंदिरों पर हमले किए जाएंगे. उसने सिंध के रेहरकी दरबार पर भी अटैक करने की धमकी दी थी.
डकैत ने कहा था- सीमा को नहीं भेजा तो...
पाकिस्तानी डकैत ने वीडियो जारी कर कहा था, 'हमारी अपील है. हम कबीले वाले हैं. हमारी लड़की इधर से गई है. पाकिस्तान से इंडिया गई है. दिल्ली में गई है. ये बात समझ लो. अगर हमारी लड़की को वापस नहीं किया तो जहां-जहां हिंदू मंदिर हैं, उन पर हमले करेंगे. इज्जत प्यारी है तो वापस कर दो. हम बलोच कौम हैं.' रानो शार ने अपने वीडियो में अपशब्दों का इस्तेमाल भी किया था.
नाबालिग लड़की के पिता को रेप की आशंका
डकैत की धमकी के बाद पाकिस्तानी हिंदुओं की हत्याओं के दो मामले सामने आए हैं. पहली घटना पाकिस्तान के सिंध प्रांत के राजोखानई इलाके की है. यहां हिंदू मंदिर से सात साल की हिंदू लड़की की लाश बरामद की गई है. लड़की के परिवार के मुताबिक वह 23 जुलाई की शाम से लापता थी. लड़की के लापता होने के बाद उन्होंने स्थानीय पुलिस स्टेशन में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
![](/newspic/picid-1269750-20250214181736.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात ने दोनों नेताओं के बीच गहरी मित्रता को दर्शाया. ट्रंप ने मोदी को 'आई मिस यू' कहकर स्वागत किया, जबकि मोदी ने दोनों देशों के संबंधों को '1+1=111' बताया. दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. ट्रंप ने मोदी को 'महान नेता' और 'खास व्यक्ति' बताया. मोदी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा. दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया.
![](/newspic/picid-1269750-20250214171223.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात में दोस्ती और व्यापार पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की, लेकिन व्यापार मुद्दों पर तनाव बरकरार रहा. ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, जो भारत के लिए चुनौती हो सकती है. मुलाकात में एफ-35 फाइटर जेट्स और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा हुई.
![](/newspic/picid-1269750-20250214141339.jpg)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग पर गहन चर्चा की गई. इस चर्चा में अमेरिका ने भारत को F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट्स, स्ट्राइकर कॉम्बैट व्हीकल्स और जावलिन मिसाइल्स की पेशकश की. विशेषज्ञों का विचार है कि ये हथियार भारत की आत्मनिर्भरता नीति के सटीक अनुरूप नहीं हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250214112147.jpg)
रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने का ब्लू प्रिंट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग तैयार कर लिया है. इससे पहले ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यू्क्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की. ट्रंप चाहते हैं कि नाटो में शामिल होने की जिद्द यूक्रेन छोड़ दे लेकिन जेलेंस्की ने अपने देश की सुरक्षा का हवाला दिया है.
![](/newspic/picid-1269750-20250214095639.jpg)
PM नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई मुलाकात में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. आतंकवाद से निपटने में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बन गई, जिसमें ठाकुर हसन राणा के प्रत्यर्पण का विषय भी शामिल था. फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में भारत-अमेरिका के सहयोग पर भी वार्ता हुई, जहाँ अमेरिकी बाजार में भारतीय जेनेरिक दवाओं की भारी मांग है.