
पाकिस्तान: इमरान खान की सत्ता पलटने की 'तैयारी' पर बवाल, बागियों के खिलाफ 'लोटा' प्रदर्शन
AajTak
342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में क्रिकेटर से राजनेता बने खान को हटाने के लिए विपक्ष को 272 वोटों की जरूरत है. इमरान खान की पीटीआई पार्टी 2018 में सत्ता में आई और अगला आम चुनाव 2023 में होना है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान शुक्रवार को अपनी सरकार को बचाने के लिए संघर्ष करते नजर आए. उनकी ही पार्टी के 24 असंतुष्ट विधायक संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर उनके खिलाफ मतदान कर सकते हैं जबकि उनके दो सहयोगी राजनीतिक संकट को हल करने के लिए 'माइनस इमरान खान' का फार्मूला दिया है. अब 21 मार्च को नेशनल असेंबली का सत्र बुलाए जाने की उम्मीद है और मतदान 28 मार्च को होने की संभावना है.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के लगभग 100 सांसदों ने 8 मार्च को नेशनल असेंबली सचिवालय के सामने एक अविश्वास प्रस्ताव पेश किया, जिसमें आरोप लगाया गया कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) सरकार इमरान खान के नेतृत्व में देश में आर्थिक संकट और बढ़ती मुद्रास्फीति के लिए जिम्मेदार है. मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (MQM-P) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (PML-Q), इमरान की PTI के दो सहयोगी दलों ने वोटिंग से पहले मौजूदा सरकार को बचाने के लिए इमरान खान को हटाकर सरकार बचाने का फार्मूला पेश किया है.
इमरान के लिए अविश्वास प्रस्ताव से बचना मुश्किल: MQM-P के संयोजक
MQM-P के संयोजक खालिद मकबूल सिद्दीकी ने जियो न्यूज को बताया कि मौजूदा घटनाक्रम के बाद, उन्हें लगता है कि प्रधानमंत्री इमरान खान को अब पीएमओ में रहने का कोई फायदा नहीं है. सिद्दीकी ने कहा कि यह सामने आने के बाद कि 24 PTI विधायक सिंध हाउस में रह रहे हैं, प्रधानमंत्री के लिए अविश्वास प्रस्ताव से बचना बहुत मुश्किल है, लेकिन PTI के सीनियर नेता और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी में माइनस वन के लिए कोई जगह नहीं है.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि एक अफवाह चल रही थी कि इमरान खान के अलावा सब कुछ ठीक है. अगर हम माइनस वन की ओर जाते हैं तो सब कुछ बचाया जा सकता है. उन्होंने जोर देकर कहा कि PTI में माइनस वन के लिए कोई जगह नहीं है, यह कहते हुए कि अगर किसी को कोई गलतफहमी है, तो उन्हें इसे दूर करना चाहिए.
कुरैशी ने असंतुष्ट सांसदों, जिनमें इस्लामाबाद के सिंध हाउस में रहने वाले लोग भी शामिल हैं, से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि सांसदों को कानून और संविधान के साथ-साथ PTI के जनादेश के बारे में पता है. 69 साल के इमरान खान गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं और अगर कुछ सहयोगी दल इमरान को बदलने का फैसला करते हैं तो उन्हें हटाया जा सकता है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.