
पाकिस्तानी संसद में तालिबान के खिलाफ बोलने वाले सांसद का माइक बंद, इमरान सरकार पर उठे सवाल
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पाकिस्तानी सांसद मोहसिन दवार पाकिस्तानी नेशनल असेंबली में अफगानी उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह द्वारा पाकिस्तान पर लगाए आरोपों और तालिबान की लड़ाई में पाकिस्तान की भूमिका पर सवाल कर रहे थे. जैसे ही उन्होंने कहा कि इस पर पाकिस्तान सरकार को उच्च स्तर पर जवाब देना चाहिए तभी उनका माइक बंद कर दिया गया.
अफगानिस्तान से अमेरिकी फौज की वापसी के बाद से तालिबान ने तबाही मचाई हुई है. अफगानी सेनाएं और तालिबान में भयंकर युद्ध छिड़ा हुआ है. दूसरी तरफ अफगानिस्तान लगातार पाकिस्तान पर आरोप लगाता रहा है कि वो तालिबान को मदद दे रहा है, तालिबान लड़ाकों को पाकिस्तान द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है. एक अफगानी सांसद ने ये भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान में तालिबान के घायल विद्रोहियों का इलाज किया जा रहा है. इसी बीच, एक और गंभीर आरोप अब पाकिस्तान के माथे पर किसी और ने नहीं बल्कि पाकिस्तानी संसद के सदस्य मोहसिन दवार (Mohsin Dawar) ने लगाया है. I tried to speak in the NA about the public rallies held by Taliban in Quetta and Peshawar and to demand clarification from the state about allegations levelled by Afghanistan’s VP @AmrullahSaleh2. I was not allowed to talk. What is the state trying to hide? #StopAfghanBloodshed pic.twitter.com/9NY4QUMPHX
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गुरुवार को बलूचिस्तान के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है तो दूसरी ओर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का कहना है कि ISPR द्वारा किए गए दावे झूठे हैं और पाक हार को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.