पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और राजस्थान... आज से तीन राज्यों के दौरे पर रहेंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, जानें पूरा कार्यक्रम
AajTak
राष्ट्रपति भवन ने रविवार को जारी किए बयान में बताया कि राष्ट्रपति मुर्मू 18 दिसंबर को पश्चिम बंगाल में आईआईटी खड़गपुर के 69वें दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी. इसके बाद वे तेलंगाना के सिकंदराबाद में राष्ट्रपति निलयम पहुंचेंगीं. वह 19 दिसंबर को हैदराबाद पब्लिक स्कूल सोसाइटी के शताब्दी समारोह में शामिल होंगी.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज 18 दिसंबर से 23 दिसंबर तक पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और राजस्थान का दौरा करेंगी. राष्ट्रपति भवन ने रविवार को जारी किए बयान में बताया कि राष्ट्रपति मुर्मू 18 दिसंबर को पश्चिम बंगाल में आईआईटी खड़गपुर के 69वें दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी. इसके बाद वे तेलंगाना के सिकंदराबाद में राष्ट्रपति निलयम पहुंचेंगीं. वह 19 दिसंबर को हैदराबाद पब्लिक स्कूल सोसाइटी के शताब्दी समारोह में शामिल होंगी.
तेलंगाना में बुनकरों से करेंगी बातचीत
बयान के मुताबिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 20 दिसंबर को तेलंगाना के पोचमपल्ली में हथकरघा और कताई इकाई के साथ-साथ कपड़ा मंत्रालय के थीम मंडप का दौरा करेंगी. वह इस अवसर पर बुनकरों के साथ बातचीत भी करेंगी. उसी दिन, वह सिकंदराबाद में एमएनआर एजुकेशनल ट्रस्ट के स्वर्ण जयंती समारोह में भी शामिल होंगी.
राष्ट्रपति निलयम में कई परियोजनाओं का उद्घाटन
21 दिसंबर को राष्ट्रपति मुर्मू राष्ट्रपति निलयम में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगी. वह 22 दिसंबर को राज्य के प्रमुख नागरिकों और शिक्षाविदों आदि सहित गणमान्य व्यक्तियों के लिए राष्ट्रपति निलयम में एक एट होम रिसेप्शन की मेजबानी करेंगी. 23 दिसंबर को राष्ट्रपति राजस्थान के पोखरण में लाइव फायरिंग अभ्यास देखेंगी.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.