पंजाब में विजिलेंस का एक और एक्शन, 10 लाख रुपए से ज्यादा का गबन करने वाले 4 आरोपी गिरफ्तार
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पंजाब के गुरदासपुर में सर्विस ट्रेनिंग सेटर को RMSA ट्रेनिंग सेंटर के तहत अनुदान दिया गया था. विजिलेंस ने खुलासा किया, वो चौंकाने वाला है. प्राचार्य राकेश गुप्ता और प्रोफेसर रामपाल ने अन्य दो लोगों के साथ मिलकर फर्जी फर्मों के जाली बिल तैयार किए और 10 लाख रुपए से ज्यादा का गबन कर लिया.
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो (Punjab Vigilance Bureau) ने मंगलवार को भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के दौरान शिक्षा विभाग के दो अधिकारियों के अलावा दो अन्य व्यक्तियों को गबन के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोप है कि इन्होंने राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (RMSA) के तहत 10,01,120 रुपये की हेराफेरी की.
इस पूरे मामले का विजिलेंस ब्यूरो ने खुलासा किया है. जांच एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया कि ब्यूरो ने एक नवंबर को लुधियाना की EOW विंग में आरोपियों के खिलाफ धारा 409, 420, 467, 468, 471, 120-बी के तहत FIR दर्ज की है.
तैयार किए फर्जी बिल
ब्यूरो ने बताया कि जांच के दौरान पाया गया कि गुरदासपुर सर्विस ट्रेनिंग सेटर को RMSA ट्रेनिंग सेंटर के तहत अनुदान मिला था. योजना के तहत, प्राचार्य राकेश गुप्ता और प्रोफेसर रामपाल ने अन्य दो लोगों के साथ मिलकर पैसों को हड़पने के लिए फर्जी फर्मों के फर्जी बिल तैयार किए.
निजी बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किए पैसे
आरोपियों ने सरकारी धन को अपने व्यक्तिगत बैंक खाते में ट्रांसफर किया और इस तरह विभिन्न प्रकार की सेवाओं, कुर्सियों, मेजों, तम्बू और अन्य को किराए पर लेने के लिए जारी किया. इसके लिए करीब 10 लाख रुपये का बिल बनाया. इन पैसों को गबन करके राज्य के खजाने को वित्तीय नुकसान पहुंचाया.
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