पंजाबः आतंकी अर्शदीप डल्ला के दो गुर्गे गिरफ्तार, विदेशी बंदूक बरामद
AajTak
पंजाब पुलिस ने गैंगस्टर से आतंकी बने अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला के दो करीबी सहयोगियों को अमृतसर से पकड़ा है. इनके पास से विदेशी गन भी बरामद की गई है.
पंजाब पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पंजाब पुलिस की इंटेलिजेंस विंग ने सोमवार को हर्ष कुमार और राघव नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक ये दोनों गैंगस्टर से आतंकी बने अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला के करीबी सहयोगी हैं. पंजाब पुलिस के हत्थे चढ़े अर्श डल्ला के दोनों सहयोगी हर्ष और राघव पंजाब के मोगा जिले के कोट इस्से खान के निवासी बताए जा रहे हैं.
पंजाब पुलिस के मुताबिक इनके पास से विदेश में बनी MP-5 गन और 44 कारतूस भी बरामद किए गए हैं. पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वीके भावरा ने इस संबंध में बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी) अमृतसर की टीम ने दोनों को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में हर्ष ने खुलासा किया है कि वह गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी के सहयोग से अर्श डल्ला के संपर्क में आया था. गोपी को इसी साल जनवरी में मोगा पुलिस ने ग्रेनेड और अन्य हथियारों की खेप के साथ गिरफ्तार कर लिया था.
पंजाब पुलिस के डीजीपी के मुताबिक गोपी की गिरफ्तारी के बाद अर्श डल्ला ने एनक्रिप्टेड एप के जरिये हर्ष से संपर्क स्थापित किया और उसे अपने लिए काम करने को प्रेरित किया. उन्होंने ये भी बताया कि अर्श ने दो बार हर्ष को पैसे भी भेजे थे. इन दोनों के साथ बरामद किए गए हथियारों का इंतजाम भी अर्श ने ही कराया था.
SSOC अमृतसर के AIG सुखमिंदर मान ने बताया कि इन दोनों को हथियार कैसे मिले और ये हथियार इन आरोपियों को देने के पीछे क्या उद्देश्य था? इस बात का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ एसएसओसी ने संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है. आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा. इस मामले में अर्श डल्ला को भी आरोपी बनाया है.
कौन है अर्श डल्ला?
अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला पंजाब के मोगा जिले का निवासी है. वह गैंगस्टर था जो आगे चलकर आतंकी बन गया. पंजाब से भागकर कनाडा को अपना ठिकाना बना चुका अर्श डल्ला हाल के दिनों में कई गैंगस्टर और आतंकी गतिविधियों में भी शामिल रहा है. पंजाब पुलिस पहले ही अर्श डल्ला से जुड़े कई मॉड्यूल का खुलासा कर उसके करीबी सहयोगियों को गिरफ्तार कर चुकी है.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.