न राज्यसभा-न रामपुर, खाली हाथ रह गए मुख्तार अब्बास नकवी, अब क्या करेंगे?
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मुख्तार अब्बास नकवी को बीजेपी ने राज्यसभा के लिए टिकट नहीं दिया तो उन्हें रामपुर उपचुनाव में उतारने की चर्चा ने जोर पकड़ लिया था. अब रामपुर उपचुनाव में भी बीजेपी ने नकवी को टिकट नहीं दिया. अब मुख्तार अब्बास नकवी क्या करेंगे?
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मुख्तार अब्बास नकवी को फिर से राज्यसभा नहीं भेजा. अटकलें लगाई जा रही थीं कि मुख्तार अब्बास नकवी को बीजेपी रामपुर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतार सकती है लेकिन ये अटकलें बस अटकलें बनकर रह गईं. बीजेपी ने समाजवादी पार्टी के आजम खान के गढ़ में घनश्याम लोधी को टिकट दे दिया है.
बीजेपी ने मुख्तार अब्बास नकवी को न तो राज्यसभा भेजा और ना ही रामपुर संसदीय सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में ही उम्मीदवार बनाया. यानी फिलहाल मुख्तार अब्बास नकवी खाली हाथ ही रह गए हैं. ऐसे में अब ये चर्चा शुरू हो गई है कि मुख्तार अब्बास नकवी केंद्र में कब तक मंत्री बने रहेंगे, क्योंकि जल्द ही उनका राज्यसभा का कार्यकाल भी खत्म हो रहा है. संसदीय राजनीति में किनारे किए जाने के बाद मुख्तार अब्बास नकवी का अगला कदम क्या होगा, ये भी सवाल है?
मुख्तार अब्बास नकवी को बीजेपी ने साल 2016 में झारखंड से राज्यसभा भेजा था. मुख्तार अब्बास नकवी का राज्यसभा सदस्य के रूप में कार्यकाल 7 जुलाई को पूरा हो रहा है. माना जा रहा था कि बीजेपी, मुख्तार अब्बास नकवी को इस बार भी झांरखंड से ही राज्यसभा भेज देगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं. बीजेपी ने झारखंड से इस बार आदित्य साहू को राज्यसभा उम्मीदवार घोषित कर दिया.
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मुख्तार अब्बास नकवी के साथ जिन दो अन्य केंद्रीय मंत्रियों पीयूष गोयल और निर्मला सीतारमण का कार्यकाल खत्म हो रहा था, दोनों को राज्यसभा भेज दिया गया. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और आजम खान के इस्तीफे से रिक्त हुई आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव भी होने थे.
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