नोएडा में आज होगा देश का 'सबसे बड़ा धमाका', 12 सेकेंड में जमींदोज हो जाएगा करप्शन का ट्विन टावर
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नोएडा के ट्विन टावर को ढहने में अब कुछ घंटो का ही वक्त बचा है. देश में अब तक का ये संभवत: सबसे बड़ा 'धमाका' होगा. करीब 3700 किलो बारूद के इस्तेमाल से होने वाले इस धमाके में ये दो ऊंची इमारतें महज 12 सेकेंड में ही जमींदोज़ हो जाएंगी. लेकिन ये धमाका सिर्फ इन दो बिल्डिंग को नहीं गिराएगा, बल्कि भ्रष्टाचार पर भी एक बड़ा प्रहार होगा.
नोएडा का सेक्टर-93A,आज ये जगह आजाद भारत के इतिहास की कई बड़ी घटनाओं का गवाह बनने जा रही है. आज यहां सिर्फ 32 मंजिल की दो बहुमंजिला या 103 मीटर ऊंचे ट्विन टावर को ही नहीं ढहाया जाएगा, बल्कि देश में आसमान की बुलंदियों तक पहुंचे भ्रष्टाचार को भी जमींदोज किया जाएगा. इतना ही नहीं देश में पहली बार इस तरह किसी इमारत को ढहाने की ये पहली घटना होगी, तो अगर दूसरे नजरिए से देखा जाए तो इस तरह की तकनीक हासिल करने के लिए भी ये पल साक्षी बनेगा. ट्विन टावर का डिमॉलिशन सुरक्षित हो, इसे लेकर प्रशासन ने चाक-चौबंद व्यवस्था की है. एहतियात से जुड़े सारे प्रबंध किए हैं. वहीं धमाके के बाद उठने वाले धूल और धुंऐ के गुबार को सीमित रखने की भी कोशिश हो रही है. साथ ही अस्पतालों को भी हेल्थ इमरजेंसी के लिए तैयार रहने का अलर्ट भेज दिया गया है और आस-पास के इलाके को खाली करा लिया गया है.
2:30 बजे धमाका, और सब ध्वस्त
नोएडा के ट्विन टावर को धमाके से जमींदोज़ करने का वक्त आज 28 अगस्त 2022 को दोपहर ढाई बजे मुकर्रर हुआ है. 12 सेकेंड में 3700 किलोग्राम बारूद इन इमारतों को ध्वस्त कर देगा. इसके लिए इमारतों में 9,640 छेद कर ये बारूद भरा गया है. सुपरटेक की एमरॉल्ड कोर्ट के ये ट्विन टावर लंबे समय से निर्माणाधीन ही हैं और अब ये कंप्लीट होने की बजाय जमींदोज़ होने जा रहे हैं.
डिमॉलिशन के लिए बनाया गया कंट्रोल रूम
ट्विन टावर का ध्वस्तीकरण सही तरीके से हो जाए, इसके लिए नोएडा प्रशासन ने एक कंट्रोल रूम भी बनाया है. इस नियंत्रण कक्ष में प्रशासन के साथ-साथ आपदा प्रबंधन की टीम मौजूद रहेगी. अस्पतालों से सम्पर्क बनाए रखा जाएगा. इतना ही नहीं अस्पतालों को पहले ही तैयार रहने का अलर्ट जारी कर दिया गया है. धमाके की वजह से जो धूल और धुंऐ का गुबार पैदा होगा, उससे कई लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां आने का अंदेशा है. ऐसे में सेक्टर 128 के जेपी हॉस्पिटल में 12 ICU और 8 इमरजेंसी बेड तैयार रखे गए हैं.
एंबुलेंस को तैयार रहने के लिए कहा गया है. वहीं धमाके में किसी भी तरह की अनहोनी के लिए भी अस्पतालों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है. इतना ही अस्पतालों को संडे के बावजूद पर्याप्त स्टाफ की मौजूदगी, ब्लड बैंक में खून की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है. फेलिक्स हॉस्पिटल को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है. ये अस्पताल डिमॉलिशन की जगह से महज 4 किमी ही दूर है. सरकारी अस्पताल GIMS में भी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहेंगी.
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