नींद की एक झपकी और 660 फीट नीचे अलकनंदा में गिरी मिनी बस... रुद्रप्रयाग हादसे में 14 ने गंवाई जान, जांच के आदेश
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घायलों का इलाज एम्स ऋषिकेश में किया जा रहा है. नदी में गिरने से किसी के सिर में तो किसी के हाथ पैर में गंभीर चोटें आई हैं. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार को एम्स ऋषिकेश पहुंचे और इलाज के लिए भर्ती वाहन दुर्घटना के घायलों का हाल-चाल जाना. मुख्यमंत्री ने घायलों के इलाज के संबंध में एम्स के डॉक्टरों से भी जानकारी ली और घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश भी दिए.
उत्तराखंड का रुद्रप्रयाग जिला, शनिवार को एक मिनी बस बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर जा रही थी. इस गाड़ी में 26 यात्री सवार थे. लेकिन अपने गंतव्य तक पहुंचने से पहले ही यह मिनी बस हादसे का शिकार हो गई और सड़क से फिसलकर लगभग 660 फीट नीचे अलकनंदा नदी में जा गिरी.
खबर लिखे जाने तक मिली जानकारी के अनुसार इस भीषण हादसे में 14 लोगों की मौत हो चुकी है और घायलों को एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है. कुछ सूत्रों का कहना है कि ड्राइवर को छपकी आने से यह हादसा हो गया. हालांकि हादसे की वजह क्या थी यह जांच का विषय है.
क्या ड्राइवर को आ गई थी झपकी? कहा जा रहा था कि गाड़ी में सवार 26 यात्रियों में से ज्यादातर नींद में थे. जानकारी के अनुसार 26 यात्रियों का दल नई दिल्ली से चोपता-तुंगनाथ-चंद्रशिला ट्रेकिंग के लिए रवाना हुआ था. कहा जा रहा है कि बद्रीनाथ हाईवे पर ड्राइवर को झपकी आ गई और सुबह करीब 11:30 बजे यह हादसा हो गया.
पता चला है कि यह मिनी बस चारधाम यात्रा की नहीं थी इसलिए न ही इसका ट्रिप कार्ड था और न ही यात्रियों का रजिस्ट्रेशन हुआ था. यह प्रक्रिया उन वाहनों और यात्रियों के लिए अनिवार्य होती है जो चारधाम यात्रा पर जा रहे होते हैं. रजिस्ट्रेशन चेकिंग के लिए गाड़ी को ब्रह्मपुरी में रोका भी गया था लेकिन ड्राइवर ने कहा कि वे तुंगनाथ जा रहे हैं इसलिए वाहन को चेक पोस्ट से छोड़ दिया गया.
मृतकों और घायलों की सूची
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