नवनीत राणा का संजय राउत के खिलाफ काउंटर एक्शन, '20 फुट जमीन में गाड़ देंगे' वाले बयान पर केस दर्ज करने की मांग
AajTak
Navneet Rana Sanjay Raut: संजय राउत ने नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा को 20 फीट जमीन में गाड़ने की धमकी दी थी. हालांकि, राउत ने नाम नहीं लिया था. अब नवनीत राणा ने आरोप लगाया है कि वे दलित हैं और राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्हें और उनके विधायक पति रवि राणा को 'बंटी और बबली' और 420 कहा था.
हनुमान चालीसा विवाद को लेकर जेल में बंद महाराष्ट्र के अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत कौर राणा ने शिवसेना नेता संजय राउत के खिलाफ मामला दर्ज कराने की मांग की है. नवनीत ने नागपुर पुलिस के पास शिकायत दर्ज कर संजय राउत के खिलाफ SC/ST एक्ट में मामला दर्ज करने की मांग की है.
दरअसल, संजय राउत ने हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा को 20 फीट जमीन में गाड़ने की धमकी दी थी. नवनीत राणा ने आरोप लगाया है कि वे दलित हैं और राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्हें और उनके विधायक पति रवि राणा को 'बंटी और बबली' और 420 कहा.
हालांकि, संजय राउत ने किसी का नाम नहीं लिया था. उन्होंने कहा था, शिवसेना और मातोश्री से मत उलझो, नहीं तो जमीन के 20 फीट नीचे गाड़ देंगे. अमरावती से सांसद नवनीत राणा ने अपनी शिकायत में संजय राउत के बयान का जिक्र करते हुए कहा, उन्होंने कहा है कि कोई मातोश्री को चुनौती देगा, तो उसे अपने अंतिम संस्कार का सामान तैयार करके रख लेना चाहिए. नवनीत राणा ने इस बयान का जिक्र कर संजय राउत के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट में मामला दर्ज करने की मांग की है. वहीं, इस मामले में पुलिस कमिश्नर का कहना है कि उन्हें शिकायत मिल गई है, मामले में जांच की जा रही है. इससे पहले नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया था. हालांकि, इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इस मामले को लेकर सांसद नवनीत राणा ने अपने कार्यकर्ताओं के जरिए नागपूर के पुलिस कमिश्नर को लिखित में शिकायत दी है. इतना ही नहीं उनके समर्थकों ने संजय राऊत की प्रेस कॉन्फ्रेस का पेन ड्राइव भी पुलिस को सौंपा है. अब राणा की शिकायत पर नागपुर पुलिस संजय राऊत के खिलाफ क्या कारवाई करती है ये देखना होगा.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.