देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 5880 केस, हर 100 में से 7 मरीज निकल रहे पॉजिटिव
AajTak
देश में कोरोना एक बार फिर पैर पसारने लगा है. पिछले 24 घंटे में भारत में कोरोना के 5880 केस मिले हैं. इतना ही नहीं डेली पॉजिटिविटी रेट 6.91% हो गया है. यानी हर 100 टेस्ट में से करीब 7 की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है.
देश में कोरोना एक बार फिर पैर पसारने लगा है. पिछले 24 घंटे में भारत में कोरोना के 5880 केस मिले हैं. इस दौरान 12 लोगों की मौत भी हुई है. इतना ही नहीं डेली पॉजिटिविटी रेट 6.91% हो गया है. यानी हर 100 टेस्ट में से करीब 7 की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है. देश में वीकली पॉजिटिविटी रेट 3.67% हो गया है.
दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 21.15%
देश का राजधानी दिल्ली में कोरोना के करीब 700 केस मिले हैं. राज्य में एक्टिव केस की संख्या भी बढ़कर 2500 हो गई है. पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 3305 टेस्ट हुए हैं, इनमें से 699 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए. यानी पॉजिटिविटी रेट 21.15% पहुंच गया है.
राजधानी में पिछले 24 घंटे में 4 मरीजों ने कोरोना से दम तोड़ा है. हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, एक मरीज की मौत कोरोना से हुई है. जबकि 3 मरीजों की मौत का प्राथमिक कारण कोरोना नहीं है.
महाराष्ट्र में 788 केस महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में COVID-19 के 788 मामले सामने आए हैं. इस दौरान एक मरीज की मौत भी हुई है. इसके साथ ही राज्य में कुल मरीजों की संख्या 4587 हो गई है. वहीं मुंबई शहर में रविवार को 211 नए मामले दर्ज किए गए, यह लगातार छठा दिन है, जब शहर में 200 से अधिक मामले मिले हैं. पिछले 24 घंटों में 560 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. राज्य में COVID-19 की मृत्यु दर 1.82 प्रतिशत है, जबकि रिकवरी दर 98.12 प्रतिशत है.बिहार में 42 केस मिले
बिहार में कोरोना के 42 नए केस सामने आए हैं. सबसे ज्यादा केस पटना में मिले हैं. इससे पहले 46 मामले सामने आए थे.
129वां संविधान संशोधन विधेयक 'एक राष्ट्र एक चुनाव' लागू करने के उद्देश्य से लाया गया है. यह बिल न सिर्फ संसद में, बल्कि सुप्रीम कोर्ट में भी संवैधानिक और कानूनी परीक्षा से गुजरेगा. इस बिल की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि यह संवैधानिक ढांचे, संघीय ढांचे और लोकतंत्र के सिद्धांतों पर कितना खरा उतरता है.
अमित शाह ने कहा, 'ये लोग कहते हैं कि मुस्लिम पर्सनल लॉ का अधिकार मिले तो हमें आपत्ति नहीं है. तो फिर पूरा शरिया लागू करिए. क्रिमिनल में क्यों शरिया निकाल दिया. क्या चोरी करने पर हाथ काट दोगे, कोई महिला के साथ जघन्य अपराध करे तो पत्थर मारकर मार दोगे, देशद्रोही को रोड पर सूली चढ़ाओगे तो निकाह के लिए पर्सनल लॉ, वारिस के लिए पर्सनल लॉ और क्रिमिनल शरिया क्यों नहीं? अगर उनको देना ही है तो पूरा दे देते.'