दुश्मनों की अब खैर नहीं! भारतीय सेना की बढ़ेगी ताकत, पाक सीमा पर तैनात होगा दृष्टि-10 ड्रोन
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भारतीय सेना पहले से ही हेरॉन मार्क 1 और मार्क 2 ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है. इस बीच सेना के लिए सरकार द्वारा अनुमोदित आपातकालीन खरीद की अंतिम किश्त के तहत दृष्टि-10 यानी हर्मीस-900 ड्रोन के लिए ऑर्डर दिया गया है. इसे अडानी डिफेंस ने मेक इन इंडिया के तहत बनाया है. ड्रोन की प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के लिए अडानी डिफेंस इजरायली फर्म एल्बिट के साथ समझौता किया था. इसके तहत अडानी डिफेंस ने इन ड्रोन को 70 प्रतिशत स्वदेशी बनाया है.
पाकिस्तान सीमा पर निगरानी क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए भारतीय सेना हर्मीस-900 ड्रोन का इस्तेमाल करने जा रही है. इसे दृष्टि-10 ड्रोन के नाम से भी जाना जाता है. आगामी 18 मई को वरिष्ठ सेना अधिकारियों की उपस्थिति में हैदराबाद में इसे भारतीय सेना में शामिल किया जाएगा. वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों के मुताबिक इसे अडानी डिफेंस द्वारा भारतीय सेना को सौंपा जाएगा. इसका इस्तेमाल अब आतंकियों को निशाना बनाने के लिए किया जाएगा.
दरअसल, भारतीय सेना ने आपातकालीन प्रावधानों के तहत फर्म से दो ड्रोन के लिए ऑर्डर दिया है. इसके मुताबिक विक्रेताओं द्वारा सप्लाई की जाने वाली प्रणालियां 60 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी होनी चाहिए और यह रक्षा में 'मेक इन इंडिया' के तहत होनी चाहिए. सैन्य अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सेना इन ड्रोनों को पंजाब के बठिंडा बेस पर तैनात करेगी. यहां से रेगिस्तानी क्षेत्र के साथ-साथ पंजाब के उत्तर के इलाकों सहित एक बड़े क्षेत्र पर नजर रखी जा सकेगी.
बता दें कि भारतीय सेना पहले से ही हेरॉन मार्क 1 और मार्क 2 ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है. इस बीच सेना के लिए सरकार द्वारा अनुमोदित आपातकालीन खरीद की अंतिम किश्त के तहत दृष्टि-10 यानी हर्मीस-900 ड्रोन के लिए ऑर्डर दिया गया है. इसे अडानी डिफेंस ने मेक इन इंडिया के तहत बनाया है. ड्रोन की प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के लिए अडानी डिफेंस इजरायली फर्म एल्बिट के साथ समझौता किया था. इसके तहत अडानी डिफेंस ने इन ड्रोन को 70 प्रतिशत स्वदेशी बनाया है.
जनवरी में नौसेना को सौंपा गया था हर्मीस-900
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