दिल्ली: 26 सालों से जागरण, बी प्राक का प्रोग्राम और भारी भीड़, लापरवाहियों ने कालकाजी मंदिर में हादसे को दिया न्योता
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डीसीपी साउथ ईस्ट राजेश देव ने इंडिया टुडे को बताया कि प्रोग्राम के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी. पुलिस ने आयोजकों के खिलाफ केस दर्ज किया है. चूंकि यह एक प्राइवेट फंक्शन था, इसलिए भीड़ नियंत्रण का जिम्मा आयोजकों का था. दिल्ली पुलिस का कहना है कि कानून व्यवस्था के लिए उसने पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती की थी.
दिल्ली के कालकाजी मंदिर में शनिवार रात बड़ा हादसा हो गया. दरअसल, मंदिर परिसर में जागरण का आयोजन हो रहा था. इसी दौरान कीर्तन वाला मंच ढह गया, जिसके बाद मंदिर में भगदड़ मच गई. इस हादसे में एक महिला की मौत हो गई, वहीं 17 अन्य लोग घायल हो गए. घायलों को दिल्ली के अलग.अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बताया जा रहा है कि 1500 से ज्यादा लोगों की भीड़ सिंगर बी प्राक (B Praak) का भजन सुनने मंदिर प्रांगण में पहुंची थी. दिल्ली पुलिस ने बताया कि स्टेज लकड़ी के पटरों और लोहे के खंभों से बनाया गया था. स्टेज पर काफी संख्या में लोग चढ़ गए, जिससे यह ढह गया. पुलिस ने बताया कि यह जागरण पिछले 26 वर्षों से होता आ रहा है. इस बार आयोजकों ने इसे काफी बड़े पैमाने पर किया था. एक कंपनी एडिशनल फोर्स मंगाई गई थी.
डीसीपी साउथ ईस्ट राजेश देव ने इंडिया टुडे को बताया कि प्रोग्राम के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी. पुलिस ने आयोजकों के खिलाफ केस दर्ज किया है. चूंकि यह एक प्राइवेट फंक्शन था, इसलिए भीड़ नियंत्रण का जिम्मा आयोजकों का था. दिल्ली पुलिस का कहना है कि कानून व्यवस्था के लिए उसने पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती की थी. पुलिस ने बताया कि सभी घायलों को एंबुलेंस के जरिए एम्स ट्रॉमा सेंटर, सफदरजंग अस्पताल और मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया.
फायर ब्रिगेड ने भी मौका मुआयना किया. इस हादसे में 17 लोगों को चोटें आई हैं, वहीं 45 वर्षीय एक महिला को दो लोग ऑटो में लेकर मैक्स अस्पताल पहुंचे थे. डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. महिला की अभी पहचान नहीं हो पाई है. घायलों में कुछ को फ्रैक्चर भी आया है. दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एक टीम ने घटनास्थल का दौरा किया. पुलिस के मुताबिक अन्य सभी घायलों की हालत स्थिर है. मामले में आयोजकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 337/304ए/188 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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