दिल्ली में 8वीं के स्टूडेंट की बेरहमी से हत्या, नाले में मिली लाश
AajTak
मृतक की पहचान 12 साल के सौरभ के रूप में हुई. सौरभ सरकारी स्कूल में 8वीं का छात्र था. पुलिस ने इस मामले में मर्डर की एफआईआर दर्ज कर ली है और आरोपियों की तलाश में जुटी है.
राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में 8वीं के छात्र को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया. आरोपियों ने पत्थर से सिर पर वार कर इस वारदात कां अंजाम दिया. 12 साल का मासूम सुबह के वक्त स्कूल जाने के लिए निकला था. पुलिस को अंदेशा है कि कुछ लोगों ने उसे पत्थरों से मारा और फिर वहीं नाले में उसे फेंककर फरार हो गए. वारदात के वक्त बच्चा स्कूल ड्रेस में था. घटनास्थल के पास ही बच्चे का स्कूल बैग भी मिल गया है.
पुलिस के मुताबिक, 27 अप्रैल की शाम 8:30 बजे के आसपास पीसीआर कॉल की गई और बताया गया कि बदरपुर मोलरबंद खाटू श्याम पार्क के पास एक बच्चे को मारकर नाले में डाल दिया है. मौके पर जब दिल्ली पुलिस की टीम पहुंची तो देखा कि नाले के अंदर स्कूल ड्रेस पहले हुए एक बच्चे की लाश पड़ी हुई है. उसका सिर गंदे पानी में अंदर की तरफ था.
वहीं, जिस जगह लाश पड़ी थी, उससे तकरीबन 5 मीटर दूर पर खून से सना पत्थर, स्कूल बैग, खून से लथपथ एक सफेद रंग का गमछा पड़ा हुआ था.
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तुरंत सभी सबूतों को बरामद कर लिया. जांच के दौरान मृतक की पहचान 12 साल के सौरभ के रूप में हुई. सौरभ सरकारी स्कूल में 8वीं का छात्र था. पुलिस ने इस मामले में मर्डर की एफआईआर दर्ज कर ली है और आरोपियों की तलाश में जुटी है.
अब तक पुलिस इस कत्ल की वजह भी नहीं समझ पा रही कि आखिर इस मासूम बच्चे को किसी ने क्यों मारा? फिलहाल मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है. साथ ही मामले की जांच जारी है.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.