दिल्ली पुलिस के सामने आज पेश होंगे तेलंगाना CM, अमित शाह के एडिटेट वीडियो का मामला
AajTak
गृहमंत्री अमित शाह के एडिटेड वीडियो के मामले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी बुधवार को दिल्ली पुलिस के सामने पेश होंगे. सोमवार को दिल्ली पुलिस ने उन्हें तलब किया था और सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के साथ पूछताछ के लिए 1 मई को बुलाया था.
गृहमंत्री अमित शाह के एडिटेड वीडियो के मामले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी बुधवार को दिल्ली पुलिस के सामने पेश होंगे. सोमवार को दिल्ली पुलिस ने उन्हें तलब किया था और सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के साथ पूछताछ के लिए 1 मई को बुलाया था.
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक पुलिस की जांच का दायरा कई राज्यों तक फैल गया है. अमित शाह के एडिटेड वीडियो की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की अलग-अलग टीमें झारखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, नागालैंड के लिए रवाना हुई हैं.
सपा प्रत्याशी और कांग्रेस पदाधिकारियों को नोटिस
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के एक लोकसभा प्रत्याशी को भी नोटिस दिया गया है और पूछताछ के लिए बुलाया गया है. वहीं झारखंड (रांची) कांग्रेस के एक बड़े पधाधिकारी को और नागालैंड कांग्रेस के एक पधाधिकारी को दिल्ली पुलिस ने नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया है. उनसे मोबाइल साथ लाने को कहा गया है.
असम पुलिस ने की थी गिरफ्तारी
जानकारी के मुताबिक एडिटेड वीडियो के मामले में कई राज्य के लोग शामिल हैं. इसी वजह से जांच का दायरा कई राज्यों तक फैल रहा है. इससे पहले सोमवार को मामले में असम पुलिस ने रीतोम सिंह नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया था. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी थी. पुलिस ने रीतोम सिंह को गुवाहटी से गिरफ्तार किया था.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.