दिल्ली: दो साल बाद आमने सामने होंगे भारत-पाकिस्तान, सिंधु नदी जल विवाद पर होनी है बैठक
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हालांकि यह मीटिंग हर साल आयोजित की जाती है, लेकिन इस बार यह बैठक दो साल बाद होने वाली है. बता दें कि भारत ने लद्दाख में कई हाइड्रोपॉवर प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दे दी है, लेकिन पाकिस्तान ने इस पर आपत्ति जताई है.
सिंधु नदी जल मामले में 23 और 24 मार्च को राजधानी दिल्ली में भारत-पाकिस्तान की बैठक होनी है. बताया जा रहा है कि बैठक में सिंधु जल बंटवारे की चिंताओं पर चर्चा होगी. हालांकि यह बैठक हर साल आयोजित की जाती है, लेकिन इस बार इसे दो साल बाद आयोजित किया जा रहा है. इसमें पड़ोसी देशों के बीच जल बंटवारे के मुद्दों पर चर्चा होगी और एक दूसरे की मुश्किलों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक पाक अधिकारी 22 तारीख को 10 बजे वाघा अटारी से दिल्ली आएंगे. यह मीटिंग अपने आप में कई मामलों में ख़ास है. दरअसल, जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के तहत विशेष प्रावधानों को रद्द करने के बाद दोनों देशों के आयुक्तों के बीच यह पहली बैठक भी होगी. राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों - लद्दाख और जम्मू और कश्मीर में बदला गया था. बता दें कि भारत ने लद्दाख में कई जल विद्युत परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है, लेकिन पाकिस्तान ने इस पर आपत्ति जताई है. एक अधिकारी ने एजेंसी को बताया कि भारत ने पाकिस्तान को परियोजनाओं से अवगत कराया गया था और बैठक के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की उम्मीद भी की जा रही है. अधिकारी के मुताबिक बैठक में चिनाब नदी पर भारतीय हाइड्रोपॉवर परियोजनाओं के डिजाइन के बारे में पाकिस्तान की चिंताओं पर भी चर्चा की जाएगी.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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