दिल्ली की 123 संपत्तियों पर वक़्फ़ बोर्ड के कब्जे को लेकर HC में 13 दिसंबर को सुनवाई
AajTak
दिल्ली की 123 संपत्तियों पर वक़्फ़ बोर्ड के कब्जे को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई 13 दिसंबर को होगी. कोर्ट को न्याय मित्र ने बताया कि इस मामले पर अभी केंद्र सरकार की तरफ स्टेटस रिपोर्ट दाखिल नहीं हुई है. लिहाजा सरकार को थोड़ी मोहलत दी जाए.
दिल्ली की 123 संपत्तियों पर वक़्फ़ बोर्ड के कब्जे को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई 13 दिसंबर को होगी. कोर्ट को न्याय मित्र ने बताया कि इस मामले पर अभी केंद्र सरकार की तरफ स्टेटस रिपोर्ट दाखिल नहीं हुई है. लिहाजा सरकार को थोड़ी मोहलत दी जाए.
इस मसले को लेकर हाई कोर्ट में कई याचिकाएं लंबित हैं. कोर्ट में दायर याचिकाओं में 1 जून 1984 के आदेश पर अमल करने की गुहार लगाई गई है. इसके तहत हाई कोर्ट ने इन प्रॉपटीज को सरकारी कब्जे में लेने का निर्देश दिया था.
क्या है मामला?
इस मामले पर याचिकाकर्ताओं का कहना है कि मनमोहन सिंह सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम वर्ष यानी 2014 की शुरुआत में इस आदेश को धता बताकर इन संपत्तियों को वक़्फ़ बोर्ड को ट्रांसफर करने का फैसला ले लिया था. जबकि मोदी सरकार ने यूपीए सरकार के रुख के विपरीत इन सम्पत्तियों को वापस सरकार के कब्जे में लेने की कवायद शुरु कर दी है.
केंद्र और वक्फ बोर्ड ने किया HC का रुख
केंद्र सरकार के आवास और शहरी विकास मंत्रालय के लैंड और डवलपमेंट ऑफिस ने पिछले साल फरवरी में दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड के चैयरमैन अमानतुल्लाह खान को पत्र लिखकर इसकी सूचना भी दी थी. इसके खिलाफ दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड ने भी दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया है.
गोवा पुलिस ने मंगलवार को पिछले महीने दक्षिण गोवा में एक स्थानीय पत्रकार पर हुए हमले के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पत्रकार अमित नाइक पर हमला करने के आरोप में वास्को के रहना वाला रेनिटो फ्रांसिस फर्नांडीस, पोंडा निवासी मंदार श्रीधर प्रभु और डेविड जोएकिम डिनिज को गिरफ्तार किया गया है.
अखनूर सेक्टर में तीन आतंकवादियों के खात्मे के बाद पत्रकारों से बात करते हुए 10 इन्फैंट्री डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल समीर श्रीवास्तव ने कहा कि सेना आतंकवादियों को नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की खुली छूट नहीं देगी. सुरक्षा बलों ने मंगलवार सुबह अखनूर सेक्टर के एक गांव के पास जंगल में छिपे दो आतंकवादियों को मार गिराया.
दिल्ली और पश्चिम बंगाल के बुजुर्ग आयुष्मान भारत योजना से वंचित रहेंगे, जो मुफ्त व कैशलेस इलाज की सुविधा प्रदान करती है. ये लाभ पूरे भारत के लोगों के लिए हैं, लेकिन दुर्भाग्यवश इन दोनों राज्यों में अभी तक यह योजना लागू नहीं की गई है. इस कारण बुजुर्ग नागरिकों को चिकित्सा में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है.