दिल्ली की सड़कों पर नाव की सवारी करने निकले बीजेपी के पार्षद, Video
AajTak
इस दौरान नेगी ने दिल्ली में जलभराव की समस्या को उठाते हुए कहा कि पीडब्ल्यूडी का नाला ओवरफ्लो कर रहा है. दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने नालों की सफाई नहीं कराई. हम सदन में बार-बार इस मुद्दे को उठाते रहे हैं. लेकिन आम आदमी पार्टी को शर्म तक नहीं आती. दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी की सरकार है. दिल्ली के लोग बेहाल हैं लेकिन इनके कानों पर जूं तक नहीं रेंगती.
दिल्ली और एनसीआर में शुक्रवार तड़के हुई मूसलाधार बारिश से कई इलाके पूरी तरह डूब गए हैं. सड़कें पानी से लबालब हैं और इससे सड़क और वायु यातायात प्रभावित हुआ है. लेकिन इन सबके बीच दिल्ली बीजेपी के एक पार्षद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
इस वीडियो में रविंद्र सिंह नेगी नाम के बीजेपी पार्षद सड़क पर पानी में चप्पू चलाते नजर आ रहे हैं. वह सड़क पर चप्पू से नाव चलाते दिखाई दे रहे हैं.
इस दौरान नेगी ने दिल्ली में जलभराव की समस्या को उठाते हुए कहा कि पीडब्ल्यूडी का नाला ओवरफ्लो कर रहा है. दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने मॉनसून से पहले नालों की सफाई नहीं कराई. हम सदन में बार-बार इस मुद्दे को उठाते रहे हैं. लेकिन आम आदमी पार्टी को शर्म तक नहीं आती. दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी की सरकार है. दिल्ली के लोग बेहाल हैं, विनोद नगर पूरा डूब गया है लेकिन इनके कानों पर जूं तक नहीं रेंगती. दिल्ली में जलभराव इतना है कि लोगों के वाहन खराब हो रहे हैं. लेकिन ये सरकार हाथ पर हाथ धरकर बैठी है.
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में बारिश लोगों के लिए राहत के साथ ही आफत लेकर भी आई है. भारी बारिश के बाद सड़कें लबालब पानी से भरी हुई हैं. वहीं दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल - 1 पर पार्किंग की छत गिरने से एक शख्स की मौत हो गई है जबकि 4 लोग घायल हुए हैं.
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हुई बारिश के बाद दिल्ली और आसपास के कई इलाकों में भारी जलभराव हो गया है. कुछ जगहों पर वाहन बारिश के पानी में लगभग आधे डूबे देखे जा सकते थे. सफदरजंग में बीते 24 घंटों के दौरान आज सुबह 8:30 बजे तक 228.1 मिमी बारिश दर्ज की गई.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.