तीन बार हाथ मिलाया, गले भी लगाया... जब संसद की सीढ़ियों पर के सुरेश और केसी वेणुगोपाल से मिले गिरिराज सिंह, VIDEO
AajTak
संसद सत्र के पहले दिन बेगूसराय से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने केरल से कांग्रेस सांसद और पार्टी के दिग्गज नेता केसी वेणुगोपाल और के सुरेश से गर्मजोशी के साथ मुलाकात की. इस मुलाकात का वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है.
यूं तो सियासत में नेताओं के एक-दूसरे पर कीचड़ उछालने या बयानबाजी करने के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं. लेकिन ऐसे कम ही नजारे देखने को मिलते हैं, जब घोर-विरोधी विचारधारा की राजनीतिक पार्टियों के नेता साथ हंसते-मुस्कुराते एक साथ दिखते हैं.
ऐसा ही एक नजारा सोमवार को संसद परिसर में देखने को मिला, जहां दो विरोधी दलों के नेता एक-दूसरे से गर्मजोशी के साथ मिलते नजर आए. दरअसल, सोमवार से 18वीं लोकसभा का सत्र शुरू हो गया है. इस दौरान संसद की कार्यवाही में शामिल होने के लिए सभी सांसद संसद भवन पहुंचे. संसद सत्र के पहले दिन बेगूसराय से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने केरल से कांग्रेस सांसद और पार्टी के दिग्गज नेता केसी वेणुगोपाल और के सुरेश से मुलाकात की.
देखें VIDEO
केसी वेणुगोपाल ने गरिराज को लगाया गले
दरअसल, सोमवार को केसी वेणुगोपाल और के सुरेश संसद भवन की सीढ़ियों पर खड़े होकर कुछ बात कर रहे थे. केसी वेणुगोपाल, के सुरेश के कान में कुछ बोल रहे थे. इस दौरान ही पीछे से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह आए और उन्होंने केसी वेणुगोपाल के कंधे पर रख दिया. जैसे ही केसी वेणुगोपाल पलटे गिरिराज सिंह ने उन्हें नमस्कार किया. बदले में के सुरेश ने भी उन्हें नमस्कार किया तो वहीं केसी वेणुगोपाल ने गिरिराज को गले लगा लिया.
कांग्रेस-BJP नेताओं की गर्मजोशी से मुलाकात
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.