
तालिबान का खौफ, अफगानिस्तान में बुर्के के दाम 10 गुना बढ़े, महिलाएं घरों से नहीं निकल रहीं
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अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी का असर दिखना शुरू हो गया है. 20 साल पहले जो हालात थे, वही हालात फिर से बनने शुरू हो गए हैं. महिलाएं घरों से निकलने से डर रही हैं. काबुल में बुर्के की कीमतें आसमान छू रही हैं.
अफगानिस्तान (Afghanistan) में 20 साल बाद फिर से तालिबान (Taliban) सत्ता में आ गया है. तालिबान की वापसी होते ही लोगों में डर और खौफ साफ दिखने लगा है. जिन लोगों ने तालिबान का पहला शासन देखा था, वो जानते हैं कि ये कितना खतरनाक है. खासतौर से महिलाएं.
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गुरुवार को बलूचिस्तान के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है तो दूसरी ओर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का कहना है कि ISPR द्वारा किए गए दावे झूठे हैं और पाक हार को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.