तमिलनाडु सरकार ने हटाए कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध, कई राज्यों में दी जा रही ढील
AajTak
तमिलनाडु से पहले महाराष्ट्र और बंगाल के साथ दिल्ली में सार्वजनिक जगहों पर मास्क न पहनने पर जुर्माना न वसूलने का फैसला किया गया है. दिल्ली में सार्वजनिक जगहों पर मास्क नहीं पहनने पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा था.
देशभर में कोरोना के मामलों में तेज गिरावट से राहत है. ऐसे में कई राज्य अब कोरोना नियमों में ढील देने लगे हैं. इसी बीच तमिलनाडु सरकार ने राज्य में कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध हटाने का फैसला किया है. इधर, महाराष्ट्र सरकार ने भी 2 अप्रैल से सभी कोरोना प्रतिबंधों को भी हटा दिया है. इसमें मास्क की अनिवार्यता खत्म करना भी शामिल है.
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही हरियाणा में भी मास्क पहनने की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है. पहले राज्य में सार्वजनिक जगहों पर मास्क न पहनने पर 500 रुपए का जुर्माना लगता था.
वहीं महामारी के मामलों को गिरता देख DDMA ने भी दिल्ली में सार्वजनिक जगहों पर मास्क न पहनने पर जुर्माना न वसूलने का फैसला किया है. दिल्ली में सार्वजनिक जगहों पर मास्क नहीं पहनने पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा था. DDMA के सूत्रों के मुताबिक, जुर्माना वापस लेने का मतलब यह नहीं है कि लोग मास्क का इस्तेमाल बंद कर दें, कोरोना के उचित व्यवहार का पालन किया जाना चाहिए.
देश के सभी राज्यों में कोरोना के केस में लगातार हो रही कमी के चलते ये फैसले लिए गए हैं. हालांकि भीड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर प्रोटोकॉल को मानने की सलाह दी गई है.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.