ठाणे में रेलवे स्टेशन के पास दलदल में गिरा युवक, पुलिस ने किया रेस्क्यू
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ठाणे में एक रेलवे स्टेशन के पास दलदल में फंसे 25 साल के युवक को रेस्क्यू किया गया है. युवक का फिलहाल ठाणे के सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है. वो कैसे दलदल में गिरा, इस बारे में पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है. युवक की हालत अभी ठीक नहीं है. जैसे ही उसकी हालत में सुधार होता है तो पुलिस उससे पूछताछ करेगी.
महाराष्ट्र के ठाणे में दलदल में फंसे एक युवक को बचाया गया. युवक दलदल में कैसे फंसा अभी इसका पता नहीं लग पाया है. फिलहाल उसका इलाज अस्पताल में चल रहा है. जैसे ही युवक की हालत सामान्य होगी, उससे पूछा जाएगा कि आखिर वो दलदल में कैसे जा गिरा.
मामला, चेनादनी कोलीवाड़ा इलाके की है. यहां सोमवार शाम छह बजकर 10 मिनट पर रेलवे पुलिस को सूचना मिली कि एक शख्स दलदल में फंसा हुआ है. सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची. उन्होंने फायर ब्रिगेड की टीम की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद युवक को दलदल से बाहर निकाला.
एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, युवक 25 साल का है. पुलिस ने बताया कि युवक की हालत अभी ठीक नहीं है. उसका ठाणे के सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है. जैसे ही उसकी हालत में सुधार होगा उससे पूछताछ की जाएगी. अगर जरा सी भी देर होती तो युवक की मौत हो सकती थी. फिलहाल मामले में जांच जारी है.
इससे पहले 3 जनवरी को ठाणे में ही एक शख्स ने चलती ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी. लेकिन वह बाल-बाल बच गया. दरअसल, जब उसने छलांग लगाई तो वह दो पटरियों के बीच फंस गया. बचावकर्मी दौड़कर वहां पहुंचे और उसकी जान बचा ली. घटना ठाणे जिले के कल्याण रेलवे स्टेशन की थी.
एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, 28 साल का कुशिक असरुद्दीन आत्महत्या के इरादे से मंगलवार को कल्यान रेलवे स्टेशन पहुंचा. जैसे ही उसे ट्रेन की आवाज आई. उसने सुसाइड के इरादे से पटरियों में छलांग लगा दी. लेकिन वह दो पटरियों के बीच फंस गया. तभी अलार्म बजा और बचावकर्मी वहां पहुंचे. उन्होंने पटरियों के बीच फंसे शख्स के वहां से सकुशल बाहर निकाल लिया. इस घटना के बाद रेलवे स्टेशन में हड़कंप मच गया था.
जीआरपी के आधिकारियों के मुताबिक, कुशिक यवतमाल जिले का रहने वाला है. उसने बताया कि घरेलू कारणों के कारण वह सुसाइड करने जा रहा था. कुशिक के परिवार वालों को फिर इस बारे में सूचना दी गई. जिसके बाद जीआरपी के जवानों ने उसे उसके घर वालों को सौंप दिया.
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