ठाणे में अतिक्रमण हटाने पहुंचे MBMC कर्मचारियों से भिड़े फेरीवाले, 17 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
AajTak
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान मीरा भयंदर नगर निगम (एमबीएमसी) के कर्मचारियों पर हमला करने के आरोप में 17 फेरीवालों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. एमबीएमसी के कर्मचारी 4 जनवरी को एमबीएमसी सीमा के तहत शांति नगर इलाके में फेरीवालों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने गए थे.
महाराष्ट्र के ठाणे में अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर एमबीएमसी के कर्मचारियों पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया जिसमें उन्हें गंभीर चोट आई. हमले में घायल हुए ऐसे सभी कर्मचारियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने ठाणे जिले में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान मीरा भयंदर नगर निगम (एमबीएमसी) के कर्मचारियों पर हमला करने के आरोप में 17 फेरीवालों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
स्थानीय पुलिस के साथ एमबीएमसी के कर्मचारी 4 जनवरी को एमबीएमसी सीमा के तहत शांति नगर इलाके में फेरीवालों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने का काम कर रहे थे. इसी दौरान फेरीवालों ने कथित तौर पर नागरिक कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया और उनके साथ मारपीट की.
नयानगर पुलिस थाने के अधिकारी ने बताया कि नगर निगम कर्मचारियों को बचाने और हस्तक्षेप करने की कोशिश करने वाले कुछ लोगों पर भी हमला किया गया. हमले में घायल हुए लोगों का स्थानीय अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
पुलिस ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ संबंधित प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है. अक्टूबर 2023 में भी, फेरीवालों ने उसी इलाके में अतिक्रमण विरोधी अभियान का विरोध किया था और उस दौरान भी पुलिस से उनकी झड़प हो गई थी.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.