झारखंड: संविदा पर बहाल रिम्स के नर्स-लैब टेक्नीशियन भीख मांगकर क्यों कर रहे हैं प्रदर्शन?
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कोरोना काल में कोविड संकट के दौरान 750 नर्स और टैब टेक्नीशियंस की संविदा पर नियुक्ति बहाल की गई थी. 3 महीना बीत जाने के बाद भी वेतन और नौकरी के लिए इन्हें भटकना पड़ रहा है. गुरुवार को रिम्स गेट के बाहर संविदाकर्मियों ने भीख मांगकर प्रदर्शन किया.
झारखंड में कोरोना संक्रमण की लहर में संविदा के आधार पर बड़े स्तर पर सरकारी अस्पतालों में भर्ती निकाली गई थी. रिम्स में ही संविदा पर करीब 750 नर्स और लैब टेक्नीशियंस की नियुक्ति की गई थी. कोरोना की दूसरी लहर के 3 महीने बीत चुके हैं लेकिन संविदा पर नियुक्त स्वास्थ्यकर्मियों को वेतन नहीं दिया गया है. यही वजह है कि गुरुवार को स्वास्थ्यकर्मियों ने रिम्स परिसर में ही भीख मांगकर अपना विरोध जताया.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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