जामसांदेकर हत्याकांड: पैरोल पर जेल से बाहर आया था गवली गैंग का गुर्गा, नवी मुंबई में गिरफ्तार
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कमलाकर जामसंदेकर हत्याकांड का दोषी नरेंद्र लालमणि गिरि नवी मुंबई के घनसोली इलाके में पकड़ा गया. उसे मुंबई अपराध शाखा की यूनिट III ने बुधवार को गिरफ्तार किया.
Kamlakar Jamsandekar Murder Case: साल 2008 में शिव सेना पार्षद कमलाकर जामसंदेकर हत्याकांड के दोषी और गवली गैंग के एक गुर्गे को मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नवी मुंबई से गिरफ्तार कर लिया. वो पिछले साल नवंबर में पैरोल पर छूटकर जेल से बाहर आया था और उसे जनवरी में वापस जेल जाना था. लेकिन उसने ऐसा नहीं किया. दोषी शख्स गैंगस्टर से नेता बने अरुण गवली के गैंग से कनेक्टेड था.
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए पीटीआई को बताया कि कमलाकर जामसंदेकर हत्याकांड का दोषी नरेंद्र लालमणि गिरि नवी मुंबई के घनसोली इलाके में पकड़ा गया. उसे मुंबई अपराध शाखा की यूनिट III ने बुधवार को गिरफ्तार किया. जामसांदेकर की हत्या के मामले में गिरी, गवली और 10 अन्य लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी.
आपको बताते चलें कि मार्च 2008 में शिव सेना पार्षद कमलाकर जामसंदेकर को असल्फा में उनके आवास पर गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था. पुलिस ने इस मामले में महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के प्रावधान भी आरोपियों पर लागू किए थे. उस हत्याकांड के बाद नरेंद्र लालमणि गिरि को गिरफ्तार कर लिया था और तब से वो कोल्हापुर केंद्रीय जेल में बंद था.
इसके बाद उसने अपने वकील के जरिए अदालत में पैरोल के लिए अर्जी लगाई थी. जिसे अदालत ने मंजूर कर लिया था. इसके बाद उसे पिछले साल 11 नवंबर से 30 जनवरी, 2024 तक पैरोल दी गई थी और उसे 31 जनवरी को जेल वापस आना था. लेकिन उसने पैरोल का उल्लंघन किया. जिसके बाद जेल अधिकारियों ने नवी मुंबई के तुर्भे पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ मामला दर्ज करवाया था.
एक पुलिस अफसर ने बताया कि पैरोल तोड़ने के बाद नरेंद्र लालमणि गिरि अपनी पहचान बदलकर विभिन्न स्थानों पर रहता था. बुधवार की रात 11:30 बजे, पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली कि वह किसी से मिलने के लिए इलाके में आएगा. उसी के बाद क्राइम ब्रांच ने जाल फैलाकर उसे घनसोली में पकड़ लिया. आगे की कार्रवाई के लिए उसे तुर्भे पुलिस के हवाले कर दिया गया है.
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