
जहाजों पर हमले, हाईजैकिंग और लूट... इजरायल-हमास जंग के बीच क्यों रणक्षेत्र बना समंदर? चिंता भारत के लिए भी है
AajTak
हूती विद्रोही बीते कई दिनों से लाल सागर से गुजरने वाले जहाजों को निशाना बना रहे हैं. इस वजह से वैश्विक कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है. एक महीने के भीतर हूती विद्रोही दर्जन भर से अधिक बार कमर्शियल जहाजों को निशाना बना चुके हैं.
इजरायल और हमास में जारी जंग लगातार बढ़ती जा रही है और असर ये है इसकी आंच अब समंदर तक फैल गई है. समुद्र अब कई देशों के लिए एक नया रणक्षेत्र बन गया है. दरअसल ईरान समर्थक यमन के हूती विद्रोहियों (Houthi Rebels) ने हमास का समर्थन खुला समर्थन किया है और वो समुद्र में उन जहाजों को निशाना बना रहे हैं जो या तो इजरायल जा रहे हैं या फिर इजरायल से किसी तरह का संबंध रखते हैं. जहाजों पर बढ़ते हमलों की वजह से वैश्विक समुदाय की टेंशन बढ़ गई है.
निशाने पर लाल सागर के जहाज
इजरायल और हमास के बीच जंग 7 अक्टूबर को उस समय शुरू हुई थी जब हमास ने इजरायल के अंदर घुसकर सैकड़ों लोगों को मौत के घाट उतार दिया था और 200 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया. इसके बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया जो अभी तक जारी है. इजरायल लगातार गाजा पट्टी और फिलिस्तीन में हमले कर रहा है और हूती विद्रोही इन्हीं इजरायली हमलों का लगातार विरोध कर रहे हैं.
हूती विद्रोहियों ने बीते दिनों लाल सागर से गुजरने वाले कई जहाजों को अपना निशाना बनाया है और उन पर या तो ड्रोन से हमले किए हैं या लूटपाट की है. इन विद्रोहियों ने धमकी दी है कि जो भी जहाज इजरायल से किसी भी तरह का संबंध रखेगा वह उस पर वह हमला करेंगे. बीते एक महीने के भीतर हूती विद्रोही दर्जन भर से अधिक बार कमर्शियल जहाजों को निशाना बना चुके हैं.
कब-कब किया हमला
19 नवंबर: हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में यूके के कार्गो शिप ' गैलेक्सी लीडर' पर हमला कर उसे अपने कब्जे में ले लिया. इस हाईजैक को अंजाम देने के लिए हूती विद्रोही फिल्मी स्टाइल में बीच समंदर में तैर रहे मालवाहक जहाज 'गैलेक्सी लीडर' पर हेलिकॉप्टर से उतरे और फिर चालक दल को बंधक बना लिया.

पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गुरुवार को बलूचिस्तान के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है तो दूसरी ओर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का कहना है कि ISPR द्वारा किए गए दावे झूठे हैं और पाक हार को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.