
जहाजों के डूबने से करोड़ों टन गोल्ड समा गया समंदर में, जानिए क्यों हर बार निकालने की कोशिश होती रही फेल
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दुनियाभर के समंदरों की गहराई में रहस्यमयी जीव-जंतु या कोरल ही नहीं हैं, इसमें गोल्ड भी डूबा हुआ है. अमेरिकी सरकारी विभाग नेशनल ओशन सर्विस की मानें तो समुद्र की तलहटी में थोड़ा-बहुत नहीं, 20 मिलियन टन से भी ज्यादा सोना पड़ा हुआ है. इसकी कीमत लगभग 800 ट्रिलियन डॉलर से भी ज्यादा होगी. ये गोल्ड इतना ज्यादा है कि इससे दुनिया में अमेरिका जैसे कई ताकतवर देश बनाए जा सकें.
महिला खिलाड़ियों के कथित यौन उत्पीड़न के विरोध में पहलवानों की एक टीम अपने मेडल गंगा में बहाने के लिए हरिद्वार पहुंची. हालांकि ऐन वक्त पर उन्हें मनाकर रोक दिया गया. वैसे इस राजनैतिक स्टंट को छोड़ दें तो भी दुनिया के पानी में करोड़ों टन सोना और कीमती धातुएं डूबी हुई हैं. जहाजों के हादसों का शिकार होने से लेकर लोगों के आस्था में फेंके हुए सिक्के तक गहरे समुद्र में हैं.
किन जहाजों में हादसे के वक्त था सोना?
साल 1641 में ब्रिटेन का रॉयल मर्चेंट नाम का जहाज खराब मौसम की वजह से कॉर्नवॉल के पास पानी में समा गया. 2019 में जहाज का ऊपरी हिस्सा तो मिला, लेकिन उसका बॉटम कभी नहीं मिल सका. एक अनुमान है कि जब जहाज डूबा, तब उसके खजाने में एक लाख पाउंड गोल्ड रखा हुआ था.
पुर्तगाली कार्गो फ्लोर दी ला मेर ने लगभग एक दशक तक गुलाम देशों से सोना और कीमती सामान बटोरकर पुर्तगाल पहुंचाने का काम किया. 16वीं सदी की शुरुआत में प्रशांत महासागर में एक हादसे का शिकार होकर जहाज समुद्र की गहराई में समा गया. अनुमान है कि उस वक्त भी कार्गो में 2 बिलियन डॉलर की लागत का सोना रखा हुआ था. ऐसे एक नहीं हजारों या शायद इससे भी ज्यादा जहाज होंगे.
कितने कीमत होगी डूबे हुए गोल्ड की?
नेशनल ओशनिक एंड एटमॉसफेरिक एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक, ये कहना मुश्किल है कि कुल कितना सोना या फिर कितने वैल्यू का कीमती सामान समुद्र में खो चुका है. अक्सर बड़े डूबे हुए जहाजों के आधार पर इसकी गणना होती रही. हालांकि माना जाता है कि ये इतना होगा, जिससे कई नए और बेहद ताकतवर देश बस सकते हैं. आमतौर पर ये लूटा हुआ सोना होता था, जो गुलाम देशों से जीतकर यहां से वहां ढोया जा रहा होता था.

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