![जल्दी पैसे कमाने के चक्कर में Pig Butchering स्कैम में फंस रहे लोग, गृह मंत्रालय की रिपोर्ट](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202501/67768b2aa4e49-online-scam-02483760-16x9.jpeg)
जल्दी पैसे कमाने के चक्कर में Pig Butchering स्कैम में फंस रहे लोग, गृह मंत्रालय की रिपोर्ट
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What is pig butchering scam: स्कैमर्स लोगों को ठगने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल करते हैं. बदलते वक्त के साथ ये अपने स्कैम करने का तरीका भी बदलते हैं. साल 2024 में Pig Butchering Scam काफी चर्चा में रहा है. इस तरह के स्कैम के तहत फ्रॉडस्टर्स युवाओं, घरेलू महिलाओं, छात्र और दूसरे लोगों को टार्गेट करते हैं. आइए जानते हैं इसकी डिटेल्स.
एक नए तरीके का साइबर फ्रॉड इन दिनों चर्चा में है. इस फ्रॉड को Pig Butchering Scam या Investment Scam कहा जा रहा है. इस स्कैम में बेरोजगार युवाओं, घरेलू महिला, छात्र और जरूरतमंद लोगों को टार्गेट किया जा रहा है. यानी आसान भाषा में कहें, तो हर वो शख्स जो जल्दी पैसे कमाना चाहता है वो इन स्कैमर्स के निशाने पर है.
गृह मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है. रिपोर्ट की मानें तो अपराधी इस तरह के स्कैम को अंजाम देने के लिए गूगल सर्विसेस का इस्तेमाल कर रहे हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, 'गूगल ऐडवर्टाइजमेंट प्लेटफॉर्म टार्गेटेड विज्ञापन को सीमा के पार दिखाने की सुविधा देता है. ये स्कैम जिसे Pig Butchering कहा जा रहा है, एक वैश्विक घटना है, जिसमें बड़ी संख्य में मनी लॉन्ड्रिंग और साइबर स्लेवरी जैसी घटनाएं देखने को मिल रही हैं.'
इस स्कैम की शुरुआत साल 2016 में चीन से मानी जाती है. शुरुआत में इस तरह के स्कैम का शिकार कुछ लोग हुए, लेकिन धीरे-धीरे इन अपराधियों का हौसला बढ़ता गया. बीतते वक्त के साथ फ्रॉड्स ने क्रिप्टोकरेंसी या दूसरी स्कीम के जरिए लोगों को लुभाना शुरू किया.
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इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए गृह मंत्रालय के इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर (I4C) ने गूगल के साथ पार्टनरशिप की है. इसके तहत गूगल किसी खतरे की जानकारी समय रहते देता है, जिस पर एजेंसी जरूरी एक्शन समय पर ले सके.
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