चुनाव आयोग का नया नियम, अब वोटिंग से 72 घंटे पहले बाइक रैली पर लगेगी रोक
AajTak
चुनाव आयोग ने देखा है कि अलग-अलग राजनीतिक पार्टियां बाइक रैली के नाम पर संवेदनशील इलाकों में भी माहौल गर्म करके रखती हैं. जिसमें असामाजिक तत्व भी घुस आते हैं.
चुनाव आयोग ने चुनाव प्रचार को लेकर नया नियम जारी किया है. नया नियम ये है कि जिस क्षेत्र में चुनाव हो रहे हैं, उस क्षेत्र में मतदान शुरू होने से 72 घंटे पहले ही बाइक रैली पर रोक लगा दी जाएगी. मतदान शुरू होने और उसके 72 घंटे पहले के बीच के समय में बाइक से प्रचार नहीं किया जा सकेगा. ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि चुनाव आयोग ने देखा है कि अलग-अलग राजनीतिक पार्टियां बाइक रैली के नाम पर संवेदनशील इलाकों में भी माहौल गर्म करके रखती हैं. जिसमें असामाजिक तत्व भी घुस आते हैं. चुनाव आयोग के नियमानुसार जहां मतदान होने हैं, वहां मतदान खत्म होने के समय से 48 घंटे पहले ही चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी जाती है ताकि किसी भी तरह की असहज करने वाली घटना न हो. लेकिन इस कूलिंग पीरियड में भी पार्टियां बाइक निकालकर माहौल गर्म करने लग गई हैं. इस ट्रेंड पर रोक लगाने के लिए चुनाव आयोग ने नया सर्कुलर जारी किया है. अब मतदान शुरू होने से 78 घंटे पहले ही बाइक रैली पर रोक लगा दी जाएगी. यानी चुनाव प्रचार खत्म होने के समय से दो दिन पहले ही बाइक रैली पर रोक लगा दी जाएगी.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.