!['चुनावी अभियान खत्म करने का समय... ', अमेरिकी राष्ट्रपति पद की रेस से बाहर हुईं निक्की हेली, ट्रंप को दिया ये मैसेज](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202403/65e8c5febe44f-nikki-haley-063733941-16x9.jpg)
'चुनावी अभियान खत्म करने का समय... ', अमेरिकी राष्ट्रपति पद की रेस से बाहर हुईं निक्की हेली, ट्रंप को दिया ये मैसेज
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निक्की हेली ने राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर होने की घोषणा करते हुए कहा कि अब मेरे चुनावी अभियान को खत्म करने का समय आ गया है. मैंने कहा था कि मैं चाहती हूं कि अमेरिकियों की आवाज सुनी जाए. मैंने ऐसा किया है.
अमेरिका में इस साल नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के लिए रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टी के चुनाव चल रहे हैं. इसी बीच निक्की हेली ने रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए नॉमिनेशन की रेस से खुद को अलग कर लिया है. अब पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प रिपब्लिकन पार्टी की ओर से एकमात्र उम्मीदवार रह गए हैं.
निक्की हेली ने राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर होने की घोषणा करते हुए कहा कि अब मेरे चुनावी अभियान को खत्म करने का समय आ गया है. मैंने कहा था कि मैं चाहती हूं कि अमेरिकियों की आवाज सुनी जाए. मैंने ऐसा किया है. इसके लिए मुझे कोई भी पछतावा नहीं है. हालांकि कहा जा रहा है कि निक्की हेली ने सुपर ट्यूसडे के मुकाबलों में वर्मोंट को छोड़कर बाकी सभी राज्यों में मिली हार के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से बाहर होने का फैसला लिया है.
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निक्की ने अपने संबोधन के दौरान ट्रम्प का समर्थन करने से इनकार कर दिया. हालांकि उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से रिपब्लिकन और निर्दलीयों का समर्थन लेने का आग्रह किया, जिन्होंने पहले उनका समर्थन किया था. निक्की ने कहा कि अब यह डोनाल्ड ट्रंप पर निर्भर है कि वे हमारी पार्टी और उससे बाहर के लोगों के वोट हासिल करें, और मुझे आशा है कि वह ऐसा करेंगे.
बता दें कि सुपर ट्यूसडे के चुनाव परिणामों के बाद 77 वर्षीय डोनाल्ड ट्रंप ने प्रतिनिधि संख्या में अपनी एकमात्र रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी निक्की हेली पर मजबूत बढ़त बनाई थी. ट्रंप ने टेक्सास, कैलिफोर्निया और 11 अन्य राज्यों में जीत हासिल की थी, हालांकि निक्की हेली ने सिर्फ वर्मोंट में जीत हासिल की थी.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात में दोस्ती और व्यापार पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की, लेकिन व्यापार मुद्दों पर तनाव बरकरार रहा. ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, जो भारत के लिए चुनौती हो सकती है. मुलाकात में एफ-35 फाइटर जेट्स और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा हुई.
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग पर गहन चर्चा की गई. इस चर्चा में अमेरिका ने भारत को F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट्स, स्ट्राइकर कॉम्बैट व्हीकल्स और जावलिन मिसाइल्स की पेशकश की. विशेषज्ञों का विचार है कि ये हथियार भारत की आत्मनिर्भरता नीति के सटीक अनुरूप नहीं हैं.
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रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने का ब्लू प्रिंट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग तैयार कर लिया है. इससे पहले ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यू्क्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की. ट्रंप चाहते हैं कि नाटो में शामिल होने की जिद्द यूक्रेन छोड़ दे लेकिन जेलेंस्की ने अपने देश की सुरक्षा का हवाला दिया है.
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PM नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई मुलाकात में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. आतंकवाद से निपटने में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बन गई, जिसमें ठाकुर हसन राणा के प्रत्यर्पण का विषय भी शामिल था. फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में भारत-अमेरिका के सहयोग पर भी वार्ता हुई, जहाँ अमेरिकी बाजार में भारतीय जेनेरिक दवाओं की भारी मांग है.