
चीन की महत्वाकांक्षा को काउंटर करने के लिए G-7 एकजुट, गरीब देशों के लिए ये प्लान तैयार
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G-7 देशों की ब्लिड बैक बेटर वर्ल्ड (B3W) परियोजना को चीन की महत्वाकांक्षी बेल्ड एंड रोड इंफ्रास्ट्रक्चर पहल का जवाब माना जा रहा है. इसके जरिए गरीब और छोटे देशों को चीन की ओर से दिए गए असहनीय ऋण की आलोचना भी की गई है.
विश्व के ताकतवर देशों के समूह ग्रुप ऑफ सेवन (G-7) ने शनिवार को गरीब देशों को चीन से मिल रही इंफ्रास्ट्रक्चर फंडिंग के जवाब में अमेरिका के नेतृत्व वाली योजनाओं का अनावरण किया. इन देशों ने भविष्य की महामारियों को रोकने के लिए एक नया समझौता किया है. एलीट पश्चिमी देशों का यह समूह 2019 के बाद पहली बार पर्सन-टू-पर्सन मीट में शामिल हुआ है. जी-7 देशों ने सामूहिक तौर पर वादा किया है कि वे आर्थिक तौर पर पिछड़े और मध्यम देशों में अरबों के निवेश को प्रोत्साहित करेंगे. उनकी भागीदारी इन देशों में बढ़ेगी और योजनाओं में पारदर्शिता बरती जाएगी.
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गुरुवार को बलूचिस्तान के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है तो दूसरी ओर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का कहना है कि ISPR द्वारा किए गए दावे झूठे हैं और पाक हार को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.