चीनी हैकर्स ने अमेरिकी सुरक्षा में लगाई सेंध, सरकार के 60 हजार ई-मेल डेटा चोरी
AajTak
चीनी हैकर्स ने एक बार फिर अमेरिकी सुरक्षा में सेंध लगाई है. हैकरों ने इस बार अमेरिकी विदेश विभाग को निशाने पर लिया है. विदेश विभाग के आईटी अधिकारियों के मुताबिक, हैकर्स 10 ई-मेल अकाउंट्स से 60 हजार ईमेल डेटा चोरी करने में कामयाब रहे.
चीनी हैकरों ने अमेरिकी सुरक्षा से जुड़े नेटवर्क में एक बार फिर बड़ी सेंध लगाई है. हैकरों ने अमेरिकी विदेश विभाग के 10 ई-मेल अकाउंट्स से 60 हजार ई-मेल डेटा की चोरी कर ली है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, अमेरिकी संसद के एक कर्मचारी ने बताया है कि इस साल माइक्रोसॉफ्ट के ईमेल प्लेटफॉर्म में सेंध लगाकर चीनी हैकरों ने अमेरिकी विदेश विभाग के खातों से हजारों ईमेल चुराने में कामयाब रहे.
विदेश विभाग के आईटी अधिकारियों के प्रेस ब्रीफिंग के अनुसार, विदेश विभाग के जिन अधिकारियों के खातों से छेड़छाड़ की गई है. उनमें से ज्यादातर अधिकारी इंडो-पैसिफिक कूटनीति पर काम कर रहे थे. इसके अलावा हैकर्स सभी ईमेल वाली एक सूची भी चुराने में कामयाब रहे.
आईटी टीम के कर्मचारी ने अमेरिकी सांसदों को यह बताया कि विदेश विभाग के 10 खातों से 60 हजार ईमेल चोरी हो गए है. रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से नौ अधिकारी पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र में काम कर रहे थे. अन्य एक अधिकारी यूरोप क्षेत्र पर काम कर रहा था.
अमेरिकी सुरक्षा में सेंध पहली बार नहीं यह पहली बार नहीं है जब चीनी हैकरों ने अमेरिकी सुरक्षा में सेंध लगाई है. इससे पहले जुलाई में भी अमेरिकी अधिकारियों और माइक्रोसॉफ्ट ने कहा था कि मई 2023 के बाद से चीनी हैकरों ने अमेरिकी वाणिज्य और विदेश विभागों सहित लगभग 25 ऑर्गेनाइजेशन के ईमेल को एक्सेस कर लिया था.
अमेरिका का आरोप है कि साइबर सुरक्षा के उल्लंघन के पीछे चीन का हाथ है. इस वजह से दोनों देशों के बीच पहले से ही रिश्ते तनावपूर्ण हैं. हालांकि, चीन इन आरोपों को सिरे से इनकार करता रहा है.
अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, हैकरों ने एक माइक्रोसॉफ्ट इंजीनियर के डिवाइस से छेड़छाड़ की है, जिससे उन्हें विदेश विभाग के ई-मेल अकाउंट्स में सेंध लगाने का एक्सेस मिल गया. माइक्रोसॉफ्ट ने भी इस महीने की शुरुआत में कहा था कि अमेरिकी विदेश विभाग और वाणिज्य विभाग के सीनियर अधिकारियों के ई-मेल की हैकिंग माइक्रोसॉफ्ट इंजीनियर के कॉर्पोरेट अकाउंट से छेड़छाड़ के कारण हुई है.
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने गुरुवार को युद्ध और मानवता के खिलाफ अपराधों को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया. आईसीसी ने नेतन्याहू और गैलेंट पर मानवता के खिलाफ अपराधों का आरोप लगाया, जिसमें हत्या, उत्पीड़न और अमानवीय कृत्यों की बात कही गई.