चिंटू, मुकेश, एहसान और इम्तियाज... ये चार किरदार खोलेंगे NEET पेपर लीक का राज
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हजारीबाग में CBI की टीम ने कुल 11 लोगों से तीन दिनों तक पूछताछ की है. इस दौरान कुरियर कंपनी के स्टाफ, हजारीबाग एसबीआई मेन ब्रांच के स्टाफ और ई-रिक्शा वाले से भी CBI ने पूछताछ की.
सीबीआई ने नीट पेपर लीक मामले की जांच अपने हाथ में लेने के बाद तेजी से एक्शन लिया है. बिहार के इकोनॉमिक ऑफेंस यूनिट (EOU) ने अपनी जांच में हजारीबाग के जिस ओएसिस स्कूल से पेपर लीक का तार जोड़ा था, उस लीड पर काम करते हुए CBI संजीव मुखिया गिरोह के पूरे प्लान को सामने लाने में जुटी हुई है. सीबीआई ने ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान-उल-हक और वायस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम को गिरफ्तार किया है.
दोनों को 5 दिन की रिमांड पर लेकर CBI की टीम आज से पटना में पूछताछ शुरू करने वाली है. केंद्रीय जांच एजेंसी पहले से ही संजीव मुखिया के दो खास गुर्गों चिंटू और मुकेश को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है. सीबीआई को आशंका है कि हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से ही NEET का पेपर लीक हुआ और इसमें एहसान-उल-हक और इम्तियाज आलम की भूमिका थी. लीक होने के बाद नीट परीक्षा का पेपर माफिया संजीव मुखिया तक पहुंचा.
संजीव मुखिया ने अपने गुर्गे चिंटू को लीक हुए नीट क्वेश्वन पेपर का प्रिंट आउट कराने के लिए भेजा था. चिंटू ने पेपर सॉल्व करने के लिए रॉकी के जरिए सॉल्वर तक पहुंचाया. रॉकी ने पटना और रांची के MBBS स्टूडेंट के जरिए प्रश्न पत्र सॉल्व कराए. इसके बाद चिंटू NEET का पेपर और उसका आंसर प्रिंट आउट कराकर सेफ हाउस में पहुंचा, जहां अभ्यर्थियों को रखा गया था. मुकेश ने अभ्यर्थियों को खेमनीचक स्थित सेफ हाउस में रखा था. उसके पास सभी अभ्यर्थियों की पहचान है.
ये चार किरदार CBI की पूछताछ में संजीव मुखिया और पेपर लीक से जुड़े हर राज खोलेंगे. हजारीबाग में CBI की टीम ने कुल 11 लोगों से तीन दिनों तक पूछताछ की है. इस दौरान कुरियर कंपनी के स्टाफ, हजारीबाग एसबीआई मेन ब्रांच के स्टाफ और ई-रिक्शा वाले से भी CBI ने पूछताछ की. पूछताछ के बाद ज्यादातर लोगों को CBI ने छोड़ दिया, लेकिन एहसान-उल-हक और इम्तियाज आलम को लेकर पटना चली आई.
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