
गुजरात यूनिवर्सिटी में विदेशी छात्रों के साथ मारपीट पर आया विदेश मंत्रालय का बयान
AajTak
गुजरात यूनिवर्सिटी के हॉस्टल कैंपस में शनिवार की रात नमाज पढ़ने को लेकर विदेशी छात्रों से हुई मारपीट पर विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बयान जारी करते हुए कहा है कि राज्य सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है.
गुजरात यूनिवर्सिटी के हॉस्टल कैंपस में शनिवार की रात विदेशी छात्रों से हुई मारपीट को विदेश मंत्रालय ने भी संज्ञान में लिया है. रविवार को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बयान जारी करते हुए कहा है कि कल अहमदाबाद स्थित गुजरात यूनिवर्सिटी में हिंसा की घटना हुई है. राज्य सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है.
बयान में आगे कहा गया है कि शनिवार को हुई झड़प में दो विदेशी छात्र घायल हुए थे. उनमें से एक छात्र को इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. मामले को लेकर विदेश मंत्रालय गुजरात सरकार के संपर्क में है.
अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर जी एस मलिक के मुताबिक, ये पूरा विवाद कैंपस में नमाज पढ़ने को लेकर शुरू हुआ था. कुछ लोगों ने विदेशी छात्रों के नमाज पढ़ने का विरोध किया था जिसके बाद दो गुटों में संघर्ष की स्थिति बन गई. दो घायल छात्रों में से एक तजाकिस्तान और दूसरा श्रीलंका का है.
An incidence of violence took place at Gujarat University in Ahmedabad yesterday. State government is taking strict action against the perpetrators. Two foreign students were injured in the clash. One of them has been discharged from hospital after receiving medical attention.…
रिपोर्ट के मुताबिक, हॉस्टल में विदेशी छात्रों पर हमले के मामले में सात लोगों की पहचान कर ली गई है. अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है. पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
गृह राज्य मंत्री ने दिए कड़ी कार्रवाई के आदेश

पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गुरुवार को बलूचिस्तान के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है तो दूसरी ओर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का कहना है कि ISPR द्वारा किए गए दावे झूठे हैं और पाक हार को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.