गिफ्ट वाउचर के नाम पर इनकम टैक्स कमिश्नर को बनाया ठगी का शिकार
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यूपी के कानपुर में साइबर ठगों ने प्रधान आयकर आयुक्त को ठगी का शिकार बना लिया. यह ठगी गिफ्ट वाउचर के नाम पर की गई. मामले की शिकायत मिलने पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच साइबर टीम कर रही है.
उत्तर प्रदेश के कानपुर में साइबर ठगों ने इनकम टैक्स की प्रधान आयकर आयुक्त (Principal Commissioner of Income Tax) को ठगी का शिकार बना लिया. जब उन्हें पता चला कि वे ठगी का शिकार हुई हैं तो पुलिस के पास जाकर मामले की शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार, कानपुर की प्रधान आयकर आयुक्त प्रीति जैन दास को वॉट्सएप पर मैसेज भेजकर साइबर ठगों ने गिफ्ट वाउचर के नाम पर ठग लिया. साइबर ठगों ने 21 जुलाई को वॉट्सएप पर मैसेज भेजकर 10000 के गिफ्ट वाउचर मिलने की बात कही. यह मैसेज चीफ कमिश्नर के नाम से आए थे. इस पर इनकम टैक्स चीफ कमिश्नर प्रीति ने एक लाख रुपये के गिफ्ट वाउचर खरीदकर उस ग्रुप पर भेज दिए.
प्रीति जैन ने पचास-पचास हजार के गिफ्ट वाउचर दो बार में खरीदे थे. इसके बाद साइबर ठगों ने जब तीसरी बार उनसे फिर 50,000 के गिफ्ट वाउचर मांगे तो उन्हें कुछ शक हो गया. इसके बाद उन्होंने चीफ कमिश्नर से बात की. इस पर पता चला कि चीफ कमिश्नर ने इस तरह की कोई डिमांड नहीं की थी. न ही इस तरह का कोई मैसेज भेजा था.
जांच की गई तो कई अफसरों से ठगी का खुला राज
जब मामले की जांच की गई तो पता चला कि साइबर ठगों ने इनकम टैक्स के कई अधिकारियों को इसी तरह से ठगी का शिकार बनाया. ठगों ने अधिकारियों के मोबाइल पर वॉट्सएप पर मैसेज भेजे थे. यह सभी मैसेज चीफ कमिश्नर के नाम से थे.
प्रधान आयकर आयुक्त (Principal Commissioner of Income Tax) प्रीति जैन ने ठगी का शिकार होने के बाद एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस के एडीसीपी अशोक कुमार सिंह का कहना है कि एफआईआर दर्ज करके साइबर सेल को मामले की जांच सौंपी गई है. यह हैरानी वाली बात है कि साइबर ठग अब बड़े-बड़े विभागों को भी निशाना बनाने लगे हैं.
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