गाजा में जान गंवाने वाले भारतीय की मौत पर विदेश मंत्रालय ने जताया दुख, कहा- शव लाने के प्रयास जारी
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विदेश मंत्रालय ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में भारत का स्थायी मिशन और तेल अवीव और रामल्ला में उनका मिशन कर्नल वैभव अनिल काले के शव को भारत वापस लाने में सभी सहायता प्रदान कर रहा है.
गाजा में चल रहे इजरायल-हमास जंग के दौरान भारतीय सेना के पूर्व अधिकारी अनिल काले की मौत पर भारत ने गहरा दुख व्यक्त किया है. इस मामले में भारत की ओऱ से कहा गया है कि इस घटना की जांच के संबंध में संबंधित अधिकारियों के संपर्क में है.
बता दें कि कर्नल वैभव अनिल काले (सेवानिवृत्त) गाजा में संयुक्त राष्ट्र के साथ काम कर रहे थे, सोमवार (13 मई) को राफा में जिस गाड़ी से यात्रा कर रहे थे, उस पर हमला हो गया था, इस अटैक में उनकी मौत हो गई थी.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में भारत का स्थायी मिशन और तेल अवीव और रामल्ला में उनका मिशन कर्नल वैभव अनिल काले के शव को भारत वापस लाने में सभी सहायता प्रदान कर रहा है.
कर्नल वैभव अनिल काले (46) 2022 में भारतीय सेना से समय से पहले सेवानिवृत्त हुए थे. दो महीने पहले संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा विभाग में एक सुरक्षा समन्वय अधिकारी (Security Coordination Officer) के रूप में संयुक्त राष्ट्र में शामिल हुए थे.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि 13 मई को गाजा में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा और सुरक्षा विभाग में सुरक्षा समन्वय अधिकारी कर्नल वैभव अनिल काले (सेवानिवृत्त) की मौत से हमें गहरा दुख हुआ है. हम उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं. न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में हमारा स्थायी दूतावास और तेल अवीव और रामल्ला में हमारा दूतावास उनके शव को भारत वापस लाने में सभी सहायता प्रदान कर रहे हैं. ये प्रयास जारी रहेंगे. विदेश मंत्रालय ने कहा कि घटना की जांच के संबंध में संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हैं.
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र ने भी अनिल काले की हत्या पर शोक व्यक्त किया. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के उप प्रवक्ता फरहान हक ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि हम भारत की सरकार और लोगों के प्रति खेद और संवेदना व्यक्त करते हैं. उन्होंने कहा कि भारत ने जो योगदान दिया है हम उसकी सराहना करते हैं. हक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने घातक हमले की जांच के लिए एक टीम स्थापना की है.
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