गाजा के रफाह में बड़े हमले की तैयारी में इजरायल, UN ने दी चेतावनी, कहा- भयावह और विनाशकारी परिणाम होगा!
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संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाई की आलोचना की है. यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि गाजा में मारे गए फिलिस्तीनियों की संख्या बहुत ज्यादा है. रूस के हमले में यूक्रेन में पिछले दो सालों में जितने लोग नहीं मारे गए, उससे कही अधिक लोग पिछले कुछ महीने में गाजा में हताहत हुए हैं.
गाजा में फिलिस्तीनियों के खिलाफ इजरायली सैन्य कार्रवाई की संयुक्त राष्ट्र ने एक बार फिर कड़ी आलोचना की है. यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस का कहना है कि गाजा में मारे गए फिलिस्तीनियों की संख्या बहुत चिंताजनक है. केन्या की राजधानी नैरोबी में एक सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने कहा कि रूस के हमले में यूक्रेन में पिछले दो सालों में जितने लोग नहीं मारे गए, उससे कही अधिक लोग पिछले कुछ महीने में गाजा में हताहत हुए हैं.
यूएन महासचिव ने रफाह में इजरायली सैन्य कार्रवाई को लेकर चेतावनी देते हुए कहा कि इससे भारी विनाश तय है. वहीं इस चेतावनी के बावजूद इजरायल दक्षिणी गाजा के रफाह में व्यापक पैमाने पर ऑपरेशन की लगातार धमकी दे रहा है. यदि इजरायल ने ऐसा कदम उठाया तो वहां पनाह लेने वाले लोगों पर इसका भयावह और विनाशकारी परिणाम दिखेगा. रफाह में गाजा की 22 लाख आबादी के आधे से अधिक लोग शरण लिए हुए हैं.
बड़ी तादाद में लोग टेंटों और अस्थायी शेल्टर होम्स में रह रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा, ''पिछले कुछ महीनों में गाजा में जितने नागरिक मारे गए, उतने नागरिक दो वर्षों के दौरान रूस-यूक्रेन हमले में भी नहीं मारे गए. ये संख्या करीब दो गुने से ज्यादा है.'' इसी बीच अमेरिका ने अंदेशा जताया है कि इजरायल ने गाजा में जंग के दौरान अमेरिकी हथियारों के इस्तेमाल से कुछ मौकों पर अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून को तोड़ा है.
हालांकि अमेरिकी सरकार ने ये भी कहा है कि इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं है. इसे लेकर अमेरिकी संसद में एक रिपोर्ट भी जमा हुई है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस बात की जांच के आदेश दिए हैं कि इजरायल ने पिछले साल से भेजे गए अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल किस तरह किया है. पिछले 7 अक्टूबर से गाजा में जारी इजरायली सैन्य कार्रवाई में अबतक करीब 35 हजार फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जबकि 80 हजार से ज्यादा घायल हुए हैं.
इजरायल की सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग
उधर, हमास की कैद से इजरायली बंधकों की रिहाई के लिए इजरायल की सरकार पर दबाब बढ़ता ही जा रहा है. हाल के दिनों में तेल अवीव में बंधकों के परिजन और दोस्त लगतार प्रदर्शन कर रहे हैं. लोग सड़कों पर उतर आए हैं. इजरायल की सरकार से बंधकों को छुड़ाने के लिए हमास की ओर से दिए गए संघर्ष विराम प्रस्ताव को मानने की अपील की है. बंधक बनाए गए लोगों के परिजनों को डर है कि यदि युद्ध लंबा खिंचा तो ज्यादा बंधक मारे जाएंगे.
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