खौफनाकः डॉक्टर समेत परिवार के पांच सदस्यों की संदिग्ध मौत, घर के अंदर इस हाल में मिली लाशें
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डीसीपी अधिराज सिंह राणा ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली तो उन्होंने मंगलवार की सुबह मौके पर जाकर देखा. जहां पांच लोगों के शव पड़े थे. पुलिस को शक है कि यह घटना सोमवार की देर रात को हुई होगी.
आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई. घर के मुखिया एक डॉक्टर थे, जो फांसी पर लटके पाए गए जबकि परिवार के अन्य सदस्यों के जिस्म पर गंभीर और गहरे चोट के निशान पाए गए हैं. इस सामूहिक मौत के मामले से पूरा शहर सकते में है. हालांकि प्राथमिक जांच के बाद पुलिस डॉक्टर और उनके परिवार की मौत के पीछे आर्थिक तंगहाली को वजह मान रही है.
विजयवाड़ा पुलिस ने बुधवार को इस बारे में बताया कि शहर के एक डॉक्टर सहित परिवार के पांच सदस्य विजयवाड़ा में मौजूद अपने घर में मृत पाए गए. विजयवाड़ा पूर्व के पुलिस उपायुक्त (DCP) अधिराज सिंह राणा ने इस मामले में विस्तार से जानकारी देते हुए पीटीआई को बताया कि मारे गए सदस्यों के शरीर पर चोट के निशान पाए गए हैं, जबकि घर के मुखिया यानी डॉक्टर को फांसी पर लटका पाया गया है.
डीसीपी अधिराज सिंह राणा ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली तो उन्होंने मंगलवार की सुबह मौके पर जाकर देखा. जहां पांच लोगों के शव पड़े थे. पुलिस को शक है कि यह घटना सोमवार की देर रात को हुई होगी. मौका-ए-वारदात पर डी श्रीनिवास (40) को फांसी पर लटका हुआ पाया गया, जबकि उनकी पत्नी डी उषा रानी (38), दो नाबालिग बच्चे - लड़का और एक लड़की और उनकी मां डी रामनम्मा (70) पाई गईं. बुजुर्ग महिला के गले की नसें कटी हुईं थीं.
पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या हड्डी रोग विशेषज्ञ श्रीनिवास ने पहले अपने परिवार के सभी चारों सदस्यों की हत्या की और फिर आत्महत्या कर ली. उन्होंने कहा कि डॉक्टर श्रीनिवास पैसों की तंगी से जूझ रहे थे और वे इसकी पुष्टि कर रहे हैं. मामले की छानबीन में पता चला है कि हाल ही में उन्होंने (डॉक्टर) अपना अस्पताल बेच दिया था.
डीसीपी राणा के अनुसार, पुलिस श्रीनिवास के वित्तीय मामलों की भी जांच कर रही है. संयोग से, सोमवार की रात मृतक डॉक्टर ने अपनी कार की चाबियां एक पड़ोसी को सौंप दीं थी, और उनसे चाबियां उनके भाई को देने का अनुरोध किया था. वारदात से पहले श्रीनिवास ने पड़ोसी को बताया कि वे पांचों लोग बाहर जा रहे हैं.
इस बीच, पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया है और सीआरपीसी की धारा 174 के तहत आत्महत्या का मामला दर्ज कर अब मामले की जांच की जा रही है. दिल दहला देने वाला यह मामला पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है.
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