खराब कार को उठाने के लिए जिस क्रेन को बुलाया, उसी से कुचलकर BTech छात्रा की मौत
AajTak
ग्रेटर नोएडा में क्रेन की चपेट में आकर 22 साल की बीटेक छात्रा की मौत हो गई. एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, कॉलेज जाते वक्त छात्रा की गाड़ी खराब हो गई थी. उसने फिर ऑनलाइन क्रेन बुलवाई. किसी बात को लेकर छात्रा और क्रेन ड्राइवर के बीच विवाद हो गया. जिसके बाद जब क्रेन ड्राइवर वहां से जाने लगा तो उसी दौरान उसने छात्रा को कुचल दिया. इससे छात्रा की मौत हो गई.
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में नॉलेज पार्क के पास क्रेन चालक की लापरवाही से बीटेक छात्रा की जान चली गई. पुलिस ने मामले में चौंकाने वाला खुलासा किया है. जांच के दौरान पता चला है कि क्रेन चालक विकास भाटी निवासी डाबरा की गलती से पहले छात्रा की कार का शीशा टूट गया था. छात्रा ने भुगतान के लिए कहा तो विकास क्रेन और छात्रा की कार की चाबी लेकर भाग रहा था. उसी दौरान छात्रा को क्रेन से कुचल दिया, जिसमें छात्रा की मौत हो गई. आरोपी विकास को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, दिल्ली के निरंकारी कॉलोनी मुखर्जी नगर की रहने वाली 22 वर्षीय दिव्यांशी ग्रेनो से बीटेक की छात्रा थी. वह कार से दिल्ली से कॉलेज आती जाती थी. शनिवार को उसकी कार में कुछ तकनीकी खराबी आ गई. जिसके कारण केबी मार्ट के पास कार बंद हो गई. छात्रा ने ऑनलाइन क्रेन बुक की. क्रेन चालक जब मौके पर पहुंचा तो उसने ऑटो में टक्कर मार दी.
ऑटो छात्रा की कार से टकराया इसके चलते कार का शीशा टूट गया. शीशा नया लगवाने को लेकर दिव्यांशी और क्रेन चालक विकास के बीच विवाद हो गया. आरोप है कि विवाद होने के बाद आरोपी क्रेन लेकर जाने लगा. उसी दौरान उसने छात्रा पर क्रेन का पहिया चढ़ा दिया. घटना के दौरान छात्रा के तीन दोस्त भी मौजूद थे. वे लोग दिव्यांशी को लेकर अस्पताल पहुंचे. लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
सहायक पुलिस आयुक्त (ग्रेटर नोएडा-1) रामकृष्ण तिवारी ने बताया कि दिव्यांशी के पिता की तहरीर पर आरोपी क्रेन चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धारा में केस दर्ज किया गया है. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. जल्द ही आरोपी के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की जाएगी.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.