क्या है पीएम मोदी का 100 दिन का एजेंडा, 30 कैबिनेट मंत्रियों की ये होंगी पहली प्राथमिकताएं
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अब चर्चा मोदी सरकार के शुरुआती सौ दिन के एजेंडे को लेकर भी हो रही है. जानकार किसान कल्याण से गरीब कल्याण तक, सरकार के शुरुआती 125 दिनों में बड़े फैसलों की उम्मीद जता रहे हैं तो वहीं मंत्रियों ने भी चार्ज लेने के बाद अपनी प्राथमिकताएं बताई हैं. मोदी कैबिनेट के 30 मंत्रियों की पहली प्राथमिकता क्या होगी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के पहले सौ दिन खास होते हैं. 2014 के चुनाव जीतकर सत्ता में आई मोदी सरकार ने पहले सौ दिन में ही काला धन को लेकर एसआईटी बनाने जैसे बड़े फैसले लिए तो वहीं अपने दूसरे कार्यकाल के पहले सौ दिन में सरकार ने तीन तलाक, जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने जैसे बड़े फैसले लिए. पीएम मोदी की अगुवाई में अब तीसरी बार सरकार बन चुकी है, मंत्रिमंडल का गठन हो चुका है और मंत्रियों ने आवंटित मंत्रालयों का चार्ज संभाल लिया है.
ऐसे में अब चर्चा मोदी सरकार के शुरुआती सौ दिन के एजेंडे को लेकर भी हो रही है. जानकार किसान कल्याण से गरीब कल्याण तक, सरकार के शुरुआती 125 दिनों में बड़े फैसलों की उम्मीद जता रहे हैं तो वहीं मंत्रियों ने भी चार्ज लेने के बाद अपनी प्राथमिकताएं बताई हैं. मोदी कैबिनेट के 30 मंत्रियों की पहली प्राथमिकता क्या होगी?
यहां पढ़ें मोदी कैबिनेट के मंत्रियों की क्या रहेंगे प्राथमिकताएं-
अमित शाह (गृह मंत्री): गृह मंत्रालय राष्ट्र और उसके लोगों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहेगा. मोदी 3.0 में भारत की सुरक्षा के लिए अपने प्रयासों को अगले स्तर पर ले जाएंगे. आतंकवाद, उग्रवाद और नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी.
राजनाथ सिंह (रक्षा मंत्री): रक्षा मंत्रालय का चार्ज संभालने के बाद राजनाथ सिंह ने सीमा सुरक्षा को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बताया. उन्होंने ये भी कहा कि हम 'मेक इन इंडिया' को मजबूत करने और रक्षा विनिर्माण और निर्यात को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे.
निर्मला सीतारमण (वित्त मंत्री): वित्त मंत्रालय का कार्यभार ग्रहण करने के बाद निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2014 से किए गए सुधार जारी रहेंगे जिससे भारत व्यापक आर्थिक स्थिरता और वृद्धि हासिल करेगा. विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए नीति निर्माण सुनिश्चित किया जाएगा.
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