क्या है कंगना रनौत का 4 साल पुराना बयान? जिससे भड़की CISF की महिला जवान ने मारा थप्पड़
AajTak
कंगना रनौत ने एक ट्वीट में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हुए किसान आंदोलन के दौरान पंजाब की 80 साल की एक बुजुर्ग महिला किसान की गलत पहचान करते और उन्हें बिलकिस बानो कहा था. कंगना ने जो ट्वीट किया था उसमें एक बुजुर्ग महिला दिखाई दे रही थीं, जो भले ही झुककर चल रही थीं, लेकिन उन्होंने किसान आंदोलन का झंडा बुलंद किए हुए था. उनका नाम मोहिंदर कौर था.
हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत से चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर बदसलूकी के बाद हंगामा मचा हुआ है. दरअसल, 6 जून को कंगना दिल्ली जाने के लिए चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर पहुंची थीं. तभी सिक्योरिटी चेक के बाद CISF की एक महिला जवान कुलविंदर कौर ने उनको थप्पड़ मार दिया. हालांकि CISF की आरोपी महिला कर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है और उनके खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि CISF की जवान ने थप्पड़ क्यों मारा, तो इसका जवाब है कंगना का 4 साल पुराना एक ट्वीट.
कंगना रनौत ने इस ट्वीट में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हुए किसान आंदोलन के दौरान पंजाब की 80 साल की एक बुजुर्ग महिला किसान की गलत पहचान करते और उन्हें बिलकिस बानो कहा था. कंगना ने जो ट्वीट किया था उसमें एक बुजुर्ग महिला दिखाई दे रही थीं, जो भले ही झुककर चल रही थीं, लेकिन उन्होंने किसान आंदोलन का झंडा बुलंद किए हुए था. उनका नाम मोहिंदर कौर था.
कंगना ने मोहिंदर कौर की तस्वीर को ट्वीट करते हुए लिखा था कि ''हा हा. ये वही दादी हैं जिन्हें टाइम मैगज़ीन की 100 सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों की लिस्ट में शामिल किया गया था.... और ये 100 रुपये में उपलब्ध हैं." हालांकि कंगना रनौत ने बाद में ये ट्वीट डिलीट कर दिया था. बता दें कि कंगना ने जिस बिलकिस बानो का जिक्र किया था, वह 82 साल की बुजुर्ग महिला हैं और उन्होंने दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में CAA प्रोटेस्ट के दौरान अंतरराष्ट्रीय सुर्खियां बटोरी थीं.
थप्पड़ कांड पर क्या बोली CISF की महिला जवान
कंगना के इस बयान को लेकर CISF की महिला जवान भड़की हुई थी. चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर कंगना से बदसलूकी का वीडियो सामने आया था, इसमें CISF की यह जवान कहती दिख रही है कि 'इसने बोला था किसान आंदोलन में 100-100 रुपये में महिलाएं बैठती थीं. वहां मेरी मां भी थी'.
वीडियो जारी कर कंगना बोलीं- मैं सेफ हूं
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.