क्या 'प्यारीमोहन' की राह चल रहे पांडियन! जानें- ओडिशा के 'चाणक्य' को नवीन पटनायक ने क्यों किया था BJD से बेदखल
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ओडिशा की सियासत में कुछ महीनों से एक नया नाम चर्चा में बना हुआ है और वो है वीके पांडियन का. आईएएस से वॉलेटिंयरी रिटायरमेंट के बाद एक्टिव पॉलिटिक्स में आए पांडियन को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के उत्तराधिकारी के रूप में भी देखा जा रहा है. ऐसे में समझते हैं पांडियन कैसे पटनायक के खास बने? और कौन थे वो पूर्व आईएएस जो कभी पटनायक के खास हुआ करते थे, लेकिन बाद में उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया.
कुछ महीनों पहले तक ओडिशा में वीके पांडियन एक आईएएस अफसर हुआ करते थे. लेकिन अब सत्ताधारी पार्टी बीजू जनता दल (बीजेडी) के बड़े नेता हैं. उन्हें मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का सबसे भरोसेमंद भी माना जाता है. पांडियन के ही सीएम पटनायक के उत्तराधिकारी होने की चर्चाएं भी अक्सर होती रहती हैं.
इन सबके बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में पटनायक भाषण दे रहे हैं और उनके बगल में पांडियन खड़े हैं. इसी दौरान कथित तौर पर पटनायक का हाथ कांप रहा है, जिसे पांडियन छिपाते दिख रहे हैं. इस वीडियो के सामने आने के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है और पांडियन पर पटनायक की सत्ता हथियाने का आरोप लगा रही है.
बीजेपी नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने दावा किया कि पांडियन मुख्यमंत्री पटनायक को कंट्रोल कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'मैं ये कल्पना करके कांप उठता हूं कि तमिलनाडु का एक रिटायर्ड अफसर ओडिशा के भविष्य को किस स्तर तक कंट्रोल कर रहा है.'
कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली में कहा था, 'कुछ मुट्ठी भर भ्रष्ट लोगों ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के घर और दफ्तर पर कब्जा कर लिया है.' गृहमंत्री अमित शाह ने भी एक रैली में कहा था, 'नवीन बाबू की तबियत सही नहीं है. वो सरकार नहीं चला रहे हैं, बल्कि तमिल बाबू इसे चला रहे हैं.'
इन सबके बीच वीके पांडियन ने दावा किया कि 9 जून को 'भूमिपुत्र' शपथ लेने वाले हैं. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि 9 जून को भूमिपुत्र सत्ता संभालेंगे. वो शख्स जो न सिर्फ उड़िया बोलता है, बल्कि ओडिसा के लोगों के दिलों में भी बसा है. वो मुख्यमंत्री बनेगा. 9 जून को 11.30 से 1 बजे के बीच भूमिपुत्र मुख्यमंत्री पद संभालेंगे.' पांडियन का इशारा सीएम नवीन पटनायक की तरफ था.
पांडियन कैसे बने पटनायक के खासमखास?
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