![कोवैक्सीन-स्पुतनिक पर US को भरोसा नहीं, अमेरिका में पढ़ने के लिए दोबारा लगानी होगी वैक्सीन](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202106/students-sixteen_nine.jpg)
कोवैक्सीन-स्पुतनिक पर US को भरोसा नहीं, अमेरिका में पढ़ने के लिए दोबारा लगानी होगी वैक्सीन
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अगर आपने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और रूस की स्पुतनिक-V लगवाई है और अमेरिका पढ़ने जा रहे हैं तो वहां आपको फिर से वैक्सीन लगवानी पड़ सकती है. कई अमेरिकी यूनिवर्सिटीज ने कोवैक्सीन और स्पुतनिक-V लगवा चुके छात्राओ, छात्रों को दोबारा वैक्सीन लगवाने का निर्देश दिया है.
भारत में रहने वालीं 25 साल की मिलोनी दोषी कोलंबिया यूनिवर्सिटी से मास्टर्स डिग्री करना चाहती हैं. मिलोनी भारत बायोटेक की तैयार की गई कोवैक्सीन की दोनों डोज ले चुकी हैं. लेकिन दिक्कत ये है कि कोवैक्सीन को अभी तक डब्ल्यूएचओ से एप्रूवल नहीं मिला है. इसलिए कोलंबिया यूनिवर्सिटी की ओर से उनसे कहा गया है कि जब वो कैम्पस में आएंगी तो उन्हें दोबारा वैक्सीन लगवानी होगी. हालांकि, अभी इस बारे में कोई भी एक्सपर्ट या डॉक्टर ये नहीं कह रहे हैं कि दोबारा वैक्सीन लगवाना कितना सेफ होगा. मिलोनी दोषी अकेली नहीं हैं जिनसे ऐसा कहा गया है, बल्कि ऐसे लाखों छात्राएं और छात्र हैं जो कोवैक्सीन और स्पुतनिक-V की दोनों डोज ले चुके हैं, लेकिन उनसे अमेरिका आने पर फिर से वैक्सीन लगवाने को कहा गया है. ऐसे में छात्रों में अब ये डर भी सता रहा है कि दो अलग-अलग वैक्सीन लगवाना कितना सेफ होगा?![](/newspic/picid-1269750-20250214181736.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात ने दोनों नेताओं के बीच गहरी मित्रता को दर्शाया. ट्रंप ने मोदी को 'आई मिस यू' कहकर स्वागत किया, जबकि मोदी ने दोनों देशों के संबंधों को '1+1=111' बताया. दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. ट्रंप ने मोदी को 'महान नेता' और 'खास व्यक्ति' बताया. मोदी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा. दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात में दोस्ती और व्यापार पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की, लेकिन व्यापार मुद्दों पर तनाव बरकरार रहा. ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, जो भारत के लिए चुनौती हो सकती है. मुलाकात में एफ-35 फाइटर जेट्स और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा हुई.